जमशेदपुर : Plane Debris Found Chandil Dam : शहर से सटे सरायकेला-खरसावां जिला स्थित चांडिल डैम में डूबे ट्रेनी विमान के मलबे को सातवें दिन निकाल लिया गया। सोमवार को नौसेना की 15 सदस्यीय टीम ने 9 घंटे अभियान चलाकर मलबे को डैम के किनारे पहुंचाया, जिसके बाद क्रेन की मदद से मलबे को पानी से बाहर निकाला गया। मौके पर मौजूद जमशेदपुर एयरपोर्ट के कर्मियों ने विमान के पुर्जों को अलग किया, जिसके बाद उसे ट्रक पर लाद कर सोनारी स्थित जमशेदपुर एयरपोर्ट ले जाया गया। इस दौरान आधी रात तक डैम के पास ग्रामीणों की भीड़ जमा रही, सभी डैम के गहरे पानी से विमान को निकालने हुए देखना चाहते थे। जमशेदपुर एयरपोर्ट में जांच टीम विमान की जांच करेगी, जिससे दुर्घटना का पता लगाया जा सके।
Plane Debris Found Chandil Dam : बैलून की मदद से विमान को सतह पर लाया गया ऊपर
नौसेना की टीम सुबह 10 बजे नाव पर सवार होकर घटना स्थल ले लिए रवाना हुई। घटनास्थल के पास पहुंचने के बाद दो गोताखोर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ पानी के अंदर घुसे और मलबे को रस्सी से बांध दिया। इसके बाद ऊपरी हिस्से पर एक बड़ा सा बैलून लगाकर उसमें हवा भरी गई। विमान के सतह पर आने के बाद उसे नाव के सहारे किनारे लाया गया।
Plane Debris Found Chandil Dam : पांच दिनों तक चला नौसेना का अभियान
सोनारी स्थित जमशेदपुर एयरपोर्ट से 20 अगस्त को विमान के लापता होने के बाद से ही विमान की तलाश शुरू कर दी थी। विमान और शव का पता लगाने के लिए पहले एनडीआरएफ की टीम को रांची से बुलाया गया था। दो दिन बाद 22 अगस्त की सुबह नौसेना ने मोर्चा संभाला और ट्रेनी पायलट शुभ्रदीप का शव बरामद किया गया। इसके बाद कैप्टन जीत का भी शव बरामद कर लिया गया। नौसेना ने 25 अगस्त को विमान का सही लोकेशन पता लिया और सोमवार को विमान को बाहर निकाल लिया गया।
इससे पहले एविएशन कंपनी को पटमदा में विमान के इमरजेंसी लैंडिंग होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद बोड़ाम थाना क्षेत्र के भुइयांसिनान स्थित बाटुलुका गांव के पास सर्च अभियान भी चलाया गया था। हालांकि, देर शाम चांडिल के पियालडीह गांव के एक ग्रामीण ने विमान के चांडिल डैम में डूबने की सूचना दी थी, जिसके बाद चांडिल डैम में विमान की तलाश शुरू की गई।
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