रांची : Hemant Soren will again be the CM of Jharkhand: झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बुधवार को हुई बैठक में हेंमत सोरेन को एक बार फिर राज्य सरकार का मुखिया चुन लिया गया है। इस चुनाव के बाद यह तय हो गया कि करीब पांच महीने बाद एक बार फिर झारखंड की बागडोर हेंमत सोरेन के हाथ में होगी। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉडिंग केस में जमानत पर रिहा होने के बाद हेंमत सोरेन के नेतृत्व में यह पहली औपचारिक बैठक थी। इस बैठक में झामुमो, कांग्रेस, राजद सहित आईएनडीआईए में शामिल सभी दलों के विधायकों को उपस्थित रहने की अनिवार्यता थी।
Hemant Soren: चम्पाई देंगे इस्तीफा, मिलेगी नई जिम्मेदारी
करीब पांच माह पूर्व ईडी द्वारा हेंमत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झामुमो के वरिष्ठ नेता व विधायक चम्पाई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था। अब जबकि हेंमत सोरेन को सरकार का मुखिया चुन लिया गया है, चम्पाई सोरेन इस्तीफा दे देंगे। ऐसी चर्चा है कि उन्हें झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। अभी हेंमत सोरेन झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। चम्पाई ने 2 फरवरी को राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
Hemant Soren: एक दिन पहले से ही चर्चाओं का बाजार था गर्म
दरअसल, एक दिन पूर्व यानी मंगलवार को ही सियासी फिजां बदलने लगी थी। पिछले कुछ दिनों से चम्पाई सोरेन धुआंधार दौरे कर रहे थे। कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे। मंगलवार को भी 1500 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का उनका कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम सहित मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रम मंगलवार को रद्द कर दिये गये। उसी समय यह तय माना जा रहा था कि कोई बड़ा निर्णय लिया जाना हैं।
कुछ महीने बाद होंगे विधानसभा चुनाव
झारखंड में कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ऐसे समय में नेतृत्व परिवर्तन को चुनावी तैयारियों से जोड़ कर देखा जा रहा हैं। जमानत पर रिहा होने के बाद से ही हेंमत आक्रामक रूख अपना रहे हैं। झामुमो की कोशिश होगी कि चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिले। हाल में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से भी झामुमो व कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं।
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