सेंट्रल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वर्चुअल जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इसमें अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी-20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने भाग लिया।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बुधवार को वर्चुअल जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर अहम बात कही। इसके साथ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसमें हुई चर्चा पर जानकारी दी। विदेश मंत्री ने कहा कि पश्चिम एशिया में स्थिति नाटकीय रूप से बिगड़ गई है। इस्राइल और हमास की जंग ने हालात बदले हैं। इससे जल्द से जल्द बातचीत के जरिए इसे सुलझाया जाये। पश्चिमी एशिया में गाजा के साथ-साथ यूक्रेन मसले और इसके नतीजों पर भी चर्चा हुई।
बैठक में सभी 21 सदस्यों ने लिया हिस्सा
विदेश मंत्री इसके लेकर कहा कि पीएम के अध्यक्षता में वर्चुअल जी शिखर सम्मेलन हुई है। इसमें सभी 21 सदस्यों ने हिस्सा लिया। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, जो सार्थक रही और उपयोगी भी रहीं। सभी नेताओं ने जी 20 की अध्यक्षता के सफल संचालन को लेकर पीएम को बधाई दी।
पश्चिम एशिया में स्थिति हुई है खराब: विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा कि नई दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन के बाद भू राजनीतिक विकास हुए हैं। पश्चिम एशिया में स्थिति काफी खराब हुई है, जिसका क्षेत्र औऱ दुनिया में काफी प्रभाव पड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि दो राज्यों के समाधान पर कई देशों ने स्पष्ट रूप से बात की है, लेकिन हर किसी ने ऐसा नहीं किया। यह नहीं कहा जा सकता कि दो राज्य के समाधान पर आम सहमति थी।
कनाडा मसले पर भी हुई चर्चा
कनाडा मसले पर विदेश मंत्री ने कहा कि कहा कि हमने जारी वीजा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। क्योंकि कनाडा में स्थिति ने हमारे राजनयिकों के लिए इसे मुश्किल बना दिया था। हालांकि, स्थिति अब ठीक हो रही है। हालात अब पहले ज्यादा सुरक्षित औऱ बेहतर हैं। ऐसे हमने वीजा सेवाओं के लिए फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
वर्चुअल जी20 मीटिंग में शामिल नहीं हुए चीनी राष्ट्रपति/ चीनी राष्ट्रपति की गैर-मौजूदगी पर कहा
जी 20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की गैर-मौजूदगी पर विदेश मंत्री ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह सभी देश खुद ही तय करते हैं कि उनका प्रतिनिधित्व कौन करता है। प्रधानमंत्री ली कियांग ने जी 20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में उनका प्रतिनिधित्व किया था। ऐसे में उन्होंने इस बार भी ऐसा ही किया। भारत की जी 20 की अध्यक्षता वैश्विक दक्षिण पर केंद्रित थी।
वित्त मंत्री ने भी रखी बात
वर्चुअल जी 20 शिखर सम्मेलन पर वित्त मंत्री ने कहा कि जी 20 वित्त ट्रैक से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। पांच मुख्य एजेंडा बिंदुओं में से हर एक को दोहराया गया, जिस पर साल भर चर्चा हुई थी। उनका स्वागत किया गया। MDB सुधार, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, क्रिप्टो संपत्ति, जलवायु वित्त और कल के शहरों के वित्तपोषण के लिए रोड मैप पर भी चर्चा की गयी।
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