नई दिल्ली : दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण के स्तर में खतरनाक वृद्धि हुई है, जिससे राजधानी की हवा एक बार फिर जहरीली बन गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 359 पर पहुंच गया है, जो गंभीर चिंता का विषय है।
आतिशबाजी ने बढ़ाई मुश्किलें
दिवाली की रात हुई आतिशबाजी ने दिल्ली के वातावरण को बेहद धुंधला बना दिया। सुबह 6 बजे तक, विभिन्न इलाकों में पीएम 2.5 के स्तर ने तय सीमा को कई गुना पार कर लिया। नेहरू नगर, पटपड़गंज, अशोक विहार और ओखला जैसे क्षेत्रों में AQI 350 से 400 के बीच रहा, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
विभिन्न स्थानों पर AQI के आंकड़े
स्थान | AQI |
अलीपुर | 350 |
आनंद विहार | 396 |
अशोक विहार | 384 |
आया नगर | 352 |
बवाना | 388 |
चांदनी चौक | 336 |
दिलशाद गार्डन | 257 |
नॉर्थ कैंपस | 390 |
पंजाबी बाग | 391 |
सोनिया विहार | 392 |
अरबिंद मार्ग | 312 |
नजफगढ़ | 329 |
नरेला | 288 |
नेहरू नगर | 340 |
लोधी रोड | 352 |
द्वारका | 349 |
बुराड़ी क्रॉसिंग | 394 |
आईजीआई एयरपोर्ट | 375 |
प्रदूषण की चरम सीमा
दिवाली की रात आतिशबाजी के कारण कई प्रदूषण मापक स्टेशनों पर प्रदूषण का स्तर आधी रात के आसपास खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। विवेक विहार में पीएम 2.5 का स्तर 1800 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब तक पहुंच गया, जो मानक सीमा से 30 गुना अधिक है। इसके अलावा, नेहरू नगर और पटपड़गंज में यह स्तर लगभग 1500 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब दर्ज किया गया, जो मानक सीमा से 25 गुना अधिक है।
दमकल विभाग की चुनौतियां
दिवाली के दौरान दिल्ली के दमकल विभाग को आग लगने की कुल 318 कॉल्स मिलीं। इनमें विभिन्न प्रकार की छिटपुट कॉल्स शामिल थीं। दमकल विभाग ने सभी कॉल्स पर तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ियों को भेजा।
प्रदूषण नियंत्रण की तैयारी
दिल्ली सरकार ने दिवाली की शाम प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई उपाय किए थे। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए 377 टीमें गठित की गई थीं। ये टीमें रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता फैलाने का काम कर रही थीं।
बढ़ते प्रदूषण की गंभीरता
दशहरे के बाद से दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है और AQI लगातार खराब श्रेणी में बना हुआ है। हालांकि, पिछले दो दिनों में स्थिति में थोड़ा सुधार देखा गया था, लेकिन दिवाली पर आतिशबाजी ने सभी प्रयासों को ध्वस्त कर दिया।
नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर से नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। लंबे समय तक इस प्रकार के प्रदूषण का सामना करने से सांस संबंधी समस्याएं, हृदय रोग और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
इस प्रकार दिवाली के बाद दिल्ली का प्रदूषण स्तर चिंताजनक है। नागरिकों को भी इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। हमें यह समझना होगा कि खुशियों का त्योहार मनाते समय, हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। सही दिशा में कदम उठाने से ही हम अपनी और आने वाली पीढ़ियों की सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।
Read Also- गैस चैंबर में तब्दील हुई दिल्ली, प्रदूषण के कारण 10 नवंबर तक बंद रहेंगे पांचवीं क्लास तक स्कूल