झरिया : देशभर के बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति करने वाला झरिया शहर खुद 20 घंटे से अंधेरे की पीड़ा झेल रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही से आम जनता परेशान है। झरिया में बिजली गुल होने से लगभग छह लाख की आबादी प्रभावित है। बिजली जाने के बाद लोगों के इनवर्टर एक मात्र सहारा था, लेकिन वह भी लंबे पावरकट के बाद फेल हो गया है। शाम होते ही शहर अंधेरे में डूब गया।
बिजली ठप होने से सबसे ज्यादा परेशानी घरेलू महिलाओं व छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ रही है। झरिया बाजार के कई दुकानदारों ने अंधेरे की वजह से अपनी दुकान बंद कर दी। एक दुकानदार ने कहा कि बिजली ठप होने से ग्राहकों को सामान देने में काफी परेशानी हो रही थी। मोमबत्ती के सहारे दुकान में काम करना पड़ रहा था। बिजली विभाग की लचर व्यवस्था के खिलाफ लोगों में बिजली विभाग के प्रति भारी रोष है।
बिजली कर्मियों ने बताया कि बीती रात तेज आंधी व बारिश के वजह से कई जगहों पर बिजली के तार टूट कर गिर गए हैं। कई जगह तकनीकी खराबी भी आ गई है। जिस वजह से शहर में बिजली गुल है। लोगों ने बताया कि सोमवार को रात 3 बजे से बिजली आपूर्ति ठप है।
बीती रात तेज आंधी व बारिश की वजह से कई जगह तार गिर गया है। वही कई जगह तकनीकी खराबी आई है। मरम्मत कार्य जारी है। रात तक क्षेत्र में बिजली बहाल कर दी जाएगी।
- सतीश कुमार, कनीय अभियंता, विद्युत विभाग
झरिया शहर में सोमवार की रात से ही बिजली नही है। बच्चों को पढ़ाने में काफी परेशानी हो रही है। इनवर्टर भी बंद होने की वजह से बच्चों को वापस घर भेजना पड़ा।
– कुणाल विश्वकर्मा, शिक्षक
बिजली आपूर्ति ठप होने से दुकानदारी का सारा काम ठप हो गया। मोमबत्ती के सहारे काम करना पड़ा। बिजली नही होने से फ्रिज भी बंद है।
- प्रदीप मोदी, दुकानदार