प्रयागराज : उत्तर प्रदेश में प्रयागराज (इलाहाबाद) के करछना तहसील स्थित इसौटा गांव में हुए उपद्रव के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के बाद पुलिस ने अब तक 50 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 40 से ज्यादा लावारिस मोटरसाइकिलें बरामद कर सीज कर दी गई हैं। प्रशासन ने तोड़फोड़, आगजनी और पथराव के दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कठोर कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है।
UP News : NSA के तहत होगी कार्रवाई, सीज की गईं 42 बाइकें
घटनास्थल से पुलिस ने 42 मोटरसाइकिलें बरामद की हैं, जो उपद्रवियों द्वारा छोड़ी गई थीं। पुलिस इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर मालिकों की पहचान कर रही है। संबंधित लोगों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पुलिस का कहना है कि बवाल के दौरान कई आरोपी बाइक छोड़कर मौके से फरार हो गए थे।
UP News : 50 से अधिक आरोपी गिरफ्तार, वीडियो और फोटो के आधार पर कार्रवाई
पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना से जुड़े वीडियो और फोटो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
आजाद समाज पार्टी ने उपद्रव से किया इनकार
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने बयान जारी कर कहा कि बवाल में शामिल लोग उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता शांतिपूर्ण ढंग से सर्किट हाउस में 8 घंटे तक उनके साथ रहे। चंद्रशेखर ने इस घटना को किसी साजिश का परिणाम बताया है।
UP News : पुलिस और आम नागरिक घायल, कई वाहन क्षतिग्रस्त
बवाल के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस की तीन गाड़ियों समेत करीब एक दर्जन वाहनों को नुकसान पहुंचाया। कई मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई। पथराव की घटना में चौकी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। स्थानीय नागरिकों को भी चोटें आई हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
जानिए पूरा मामला
प्रकरण उस समय शुरू हुआ जब सांसद चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के इसौटा गांव में एक दलित परिवार से मिलने जा रहे थे। पुलिस ने सुरक्षा कारणों से उन्हें गांव में प्रवेश से रोक दिया और हिरासत में लेकर सर्किट हाउस भेज दिया। इस पर उनके समर्थकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए उपद्रव शुरू कर दिया। पुलिस वाहनों में तोड़फोड़, पथराव और लाठी-डंडों का प्रयोग किया गया। घटना की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं।
UP News : पुलिस का आधिकारिक बयान
इस मामले में डीसीपी यमुनापार विवेक चंद्र यादव ने जानकारी दी कि बड़ी संख्या में आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता करछना तहसील के इसौटा गांव पहुंचे थे। उन्हें जब यह बताया गया कि गांव में प्रवेश नहीं मिलेगा, तो उन्होंने पथराव और हिंसा शुरू कर दी।
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