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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक साल का कार्यकाल किया पूरा, एक साल में रिकार्ड 16,000 लोगों से मिलीं

by Rakesh Pandey
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नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को बतौर राष्ट्रपति अपने एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर राष्ट्रपति तीन दिवसीय ओडिशा दौरा शुरू हो गया है। वह मंगलवार शाम से आगामी 27 जुलाई तक ओडिशा दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वह मेडिकल छात्रों के एक समूह से जहां बातचीत करेंगी। इसके अलावा ओडिशा की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के एक दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी।

बतौर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कार्यकाल कई कारणों से याद किया जाएगा। इस एक साल के दौरान उन्होंने देश के लोगों के लिए राष्ट्रपति भवन का दरवाजा खोल दिया है। राष्ट्रपति से मिल कर उन्हें अपनी भावना से अवगत कराना नागरिकों के लिए सुलभ हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अब तक के कार्यकाल में 16000 से अधिक लोगों से सीधे मुलाकात किया है।

यह अब तक का रिकॉर्ड है। इतना ही नहीं, पिछले एक साल में 90,000 लोगों ने राष्ट्रपति भवन का दौरा किया। 1.70 लाख लोगों ने राष्ट्रपति भवन संग्रहालय का भ्रमण किया। साथ ही करीब 10 लाख से अधिक लोगों ने अमृत उद्यान का दौरा किया है।

युवाओं से रहा लगाव, 18 शैक्षणिक संस्थानों के दीक्षांत समारोह में हुई हैं शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का युवाओं से काफी लगाव रहा है। पिछले एक वर्ष में वह आईआईटी दिल्ली, इग्नू, जेएनयू, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी, ट्रिपल आइटी धारवाड़, एनआईटी कुरुक्षेत्र, मिजोरम यूनिवर्सिटी, विश्व भारती यूनिवर्सिटी, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज समेत देश के अलग-अलग कुल 18 शिक्षण संस्थाओं के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर देश के युवाओं को संबोधित किया है।

इतना ही नहीं महिला व आदिवासियों के उत्थान की दिशा में संवेदनशील द्रौपदी मुर्मू ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘Her Story My Story’ के जरिये महिलाओं के प्रति उनके सम्मान को प्रदर्शित किया।

ओड़िसा के मयूरभंज जिले के आदिवासी परिवार में हुआ था जन्म
द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओड़िसा के मयूरभंज जिले में 20 जून 1958 को हुआ था। आदिवासी परिवार में जन्म लेने के बाद उन्होंने शिक्षा हासिल करने के बाद बतौर शिक्षक भी कार्य किया। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू था, जो गांव के मुखिया थे।

पंचायत पार्षद से राष्ट्रपति तक का हासिल किया सफर
द्रौपदी मुर्मू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ओड़िसा में भाजपा से जुड़ कर की। पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद का चुनाव लड़कर जीत हासिल की। लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने के बाद भाजपा ने द्रौपदी मुर्मू को पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा का उपाध्यक्ष बना दिया।

इसके बाद ओड़िशा में भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन की सरकार में वर्ष 2000 से 2002 तक वह वाणिज्य और परिवहन मंत्री के स्वतंत्र प्रभार में थी। 2002 से 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। उन्होंने ओड़िशा के राजगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, उस चुनाव में जीत हासिल किया। इसके बाद 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल बनने का गौरव हासिल हुआ।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज से ओडिशा की तीन दिवसीय यात्रा पर

देश के सर्वोच्च पद पर एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार से अपने गृह राज्य ओडिशा की तीन दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति मंगलवार शाम राजभवन में रहेंगी। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को वह कटक का दौरा करेंगी और 27 जुलाई को दिल्ली लौट जाएंगी। राजभवन में वह अटूट बंधन के लाभार्थी मेडिकल छात्रों के साथ आधे घंटे तक बातचीत करेंगी।

‘अटूट बंधन परिवार’ एक ऐसा मंच है, जहां विभिन्न क्षेत्रों के लोग गरीब मेडिकल छात्रों की आर्थिक सहायता के लिए आगे आते हैं। गैर-लाभकारी संगठन की ओर से वर्तमान में राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के 52 छात्रों की मदद की जा रही है।

कटक यात्रा के दौरान वह बुधवार को चंडी मंदिर में पूजा करेंगी। इसके बाद उत्कल गौरव मधुसूदन दास के आवास पर जाएंगी और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करेंगी। अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म स्थान और नेताजी संग्रहालय का भी दौरा करेंगी।

इसके अलावा वह ओडिशा उच्च न्यायालय के 75 वर्ष पूरे होने पर कटक में आयोजित कार्यक्रम और एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के वार्षिक समारोह को संबोधित करेंगी। उसी दिन वह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ओडिशा के दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी।

दिल्ली लौटने से पहले राष्ट्रपति गुरुवार को राजभवन में आदिवासी समूहों के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी। अधिकारी ने बताया कि वह 2023 के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के थीम ‘द ईयर ऑफ पॉजिटिव चेंज’ की शुरुआत करेंगी और भुवनेश्वर के दसाबतिया में इसके लाइटहाउस परिसर की आधारशिला भी रखेंगी।

भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त प्रतीक सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखी गई है। देश का सर्वोच्च पद संभालने के बाद से राष्ट्रपति मुर्मू की ओडिशा की यह तीसरी यात्रा होगी।

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