Home » बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू- पद से हटने के बाद मैं गांव जाकर करूंगी खेती

बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू- पद से हटने के बाद मैं गांव जाकर करूंगी खेती

by Rakesh Pandey
बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू- पद से हटने के बाद मैं गांव जाकर करूंगी खेती
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

पटना। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 18 अक्टूबर, 2023 को बिहार के पटना में चौथे कृषि रोड मैप का शुभारंभ किया। यह रोड मैप 2023 से 2028 तक के लिए है। इस रोड मैप का उद्देश्य बिहार में कृषि को आधुनिक और कुशल बनाना है। पटना के बापू सभागार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं राष्ट्रपति पद से हटने के बाद अपने गांव जाकर खेती करूंगी।

11 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंची राष्ट्रपति मुर्मू

राष्ट्रपति मुर्मू आज 11 बजे वायु सेना के विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंची, जहां सीएम नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर बिहार सरकार के कई मंत्री भी पटना एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। एयरपोर्ट से सीधे राष्ट्रपति मुर्मू बापू सभागार के लिए रवाना हो गईं, जहां चौथे कृषि रोड मैप का आयोजन किया गया था।

राष्ट्रपति ने किया चौथे कृषि रोड मैप का लोकार्पण

राजधानी के बापू सभागार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दीप प्रज्जवलित कर इसका शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम के अलावा 12 विभागों के मंत्री, अफसर मौजूद रहे। साथ ही बड़ी संख्या में किसान, कृषि वैज्ञानिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। राष्ट्रपति के सामने कृषि रोडमैप पर प्रजेंटेशन दिया गया। पीपीपी मोड में खेती की जाएगी। चौथे कृषि रोड मैप में अगले पांच साल में 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश ने राष्ट्रपति से हर 4 महीने में बिहार आने का आग्रह किया था। इस पर राष्ट्रपति मूर्मू ने बिहार को अपना राज्य बताया।

प्रेसिडेंटशीप छोड़ने के बाद गांव जाकर करेंगी खेती
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि बिहार मेरा राज्य है। यहां कभी मेरे पूर्वज रहते थे। मैं किसान की बेटी हूं। कृषि रोडमैप की सारी जानकारी मुझे लेनी है। प्रेसिडेंटशिप छोड़ने के बाद अपने गांव जाकर खेती करूंगी। राष्ट्रपति द्रौपद मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि बिहार की संस्कृति का हिस्सा है। बिहार के जीडीपी में इसका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में सामान्य से कम बारिश हुई, इसलिए जल संरक्षण पर ध्यान देना जरूरी है। इसी के साथ उन्होंने दुर्गा पूजा की बधाई भी दी।

कागज पर नहीं रह जाए योजना
राज्यपाल अर्लेकर ने नीतीश सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जब तक किसान जागरूक नहीं होंगे, किसानों तक बात नहीं पहुंचेगी तो सारी योजना कागज पर ही रह जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को आम लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। किसानों तक नहीं पहुंचेगा तो फिर यह कागजों पर रह जाएगा। हमारे प्रधानमंत्री हमेशा कहते हैं कृषक की आय दोगुनी होनी चाहिए। इस पर भी हमको ध्यान देने की आवश्यकता है।

नई तकनीक के फसल से होगा आय दोगुना
राज्यपाल ने कहा कि आय दोगुनी कैसे होगी इसके लिए हमारी फसल योजना में नई तकनीक सीखने की आवश्यकता है। हमारे किसान भाइयों को पता चलेगा की नई तकनीक अपनाने के बाद हम अपनी आय को दुगुनी कर सकते हैं। लागत को कम और उत्पादन को बढ़ाने की जरूरत है, तभी हमारी आय बढ़ सकती है।

बिहार में तेजी से बढ़ रही है अर्थव्यवस्था
सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 2025 तक हर खेत में पानी पहुंचाने का टारगेट है। बिहार में कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। चौथे कृषि मैप से बिहार आगे बढ़ेगा। महागठबंधन की सरकार जनता की सेवा कर रही है। बिहार की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। डबल डिजिट में आगे बढ़े रहे हैं।

नीतीश में कहा-राज्यपाल भी रखें कृषि रोडमैप के काम पर नजर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने बिहार के राज्यपाल से कहा कि राज्यपाल महोदय तो इधर-उधर घूमते ही रहते हैं, राजपाल महोदय को भी कहेंगे जो कृषि रोड मैप है। आपसे भी आग्रह करेंगे जगह-जगह जाकर कृषि रोड मैप का काम हो रहा है कि नहीं महामहिम राज्यपाल महोदय आप देखिएगा कोई दिक्कत होगा तो आप विभाग को बता दीजिएगा। उसके बाद राज्यपाल ने कहा कि हम यही चाहते हैं कि यहां का किसान राजा बने।

बिहार से कई राज्य पीछे छूट गए
डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि हम लोग पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई, कार्रवाई कर रहे हैं। बिहार से कई राज्य काफी पीछे छूटे हुए हैं। बिहार की बेरोजगारी सबसे बड़ी दुश्मन है। बिहार मे नौकरियां दी जा रही हैं। हम लोग ने वादा किया था की जातीय गणना कराएंगे। किसी अन्य राज्य ने यह नहीं किया। यह कृषि का रोडमैप नहीं बिहार की खुशहाली का रोडमैप है। बिहार ने यह काम किया है। राष्ट्रपति को दिल से आभार देतें है कि उन्होंने समय दिया। राज्यपाल का भी धन्यवाद करते हैं।

20 अक्टूबर को गया जाएंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रात में राजभवन में ही रात्रि विश्राम करेंगी। 19 अक्टूबर को राष्ट्रपति मोतिहारी में केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होगीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ जाएंगे। 19 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रपति के साथ पटना एम्स भी जाएंगे। 20 अक्टूबर को राष्ट्रपति गया सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 11 बजे पटना एयरपोर्ट पर उन्हें विदाई दे देंगे। राष्ट्रपति गया से ही दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया नहीं जा रहे हैं।

READ ALSO : मेल-फिमेल ट्रांसजेंडर्स को एक दूसरे से शादी करने का अधिकार : सीजेआई

Related Articles