New Delhi : देश की सुरक्षा और विदेश नीति के लिहाज से एक बेहद अहम दिन रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। यह बैठक ऐसे समय हुई जब पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमलों के जवाब में भारत ने निर्णायक सैन्य कार्रवाई की है।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में भारत की सामरिक स्थिति, पड़ोसी देशों के साथ तनावपूर्ण संबंधों, और वैश्विक कूटनीतिक हालात पर गहन मंथन हुआ। चर्चा का मुख्य केंद्र पाकिस्तान की बढ़ती उकसावेभरी गतिविधियां थीं। बैठक में पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया, हालांकि सरकार की ओर से इस बैठक को लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
भारत की जवाबी कार्रवाई
।सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 8-9 मई की रात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। इन हमलों को गुप्त ऑपरेशन के तहत अंजाम दिया गया, जिसकी सफलता की पुष्टि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने की है।
ड्रोन हमले की नाकाम कोशिश, भारत ने दिखाई रणनीतिक ताकत
इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर ड्रोन हमलों की साजिश रची, लेकिन भारतीय सेना ने इस हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में जानकारी दी कि भारत ने पाकिस्तान के सभी ड्रोनों को मार गिराया, जिससे उसकी मंशा पूरी तरह से विफल हो गई। यह भारतीय वायुसेना की तत्परता, तकनीकी क्षमता और रणनीतिक दक्षता का प्रमाण है।
राजनीतिक और सैन्य स्तर पर भारत की सक्रियता
इस पूरी कार्रवाई से स्पष्ट है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं बल्कि आक्रामक रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में कूटनीति और सैन्य कार्रवाई का समन्वय भारत को एक मजबूत रणनीतिक स्थिति में ला रहा है।