जमशेदपुर/Protest Against DEO : पूर्वी सिंहभूम जिले की जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया पर एक बार फिर से जानबूझकर शिक्षकों का वेतन रोकने का आरोप लगा है। सोमवार को अल्पसंख्यक सहायता प्राप्त प्राथमिक शिक्षक संघ संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष कुमर मिश्र की अगुवाई में बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी पहुंचे और वेतन जारी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
उनकी मानें तो श्री राम मंदिर स्कूल की एक शिक्षिका के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। इनके खिलाफ गड़बड़ी की शिकायत हुई है। लेकिन एक शिक्षिका की वजह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने सभी 53 स्कूल के लगभग 350 शिक्षकों का जनवरी माह का वेतन रोक दिया है। अभी तक इन शिक्षकों को जनवरी माह का वेतन नहीं मिला है। इस दौरान प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों ने कहा कि जल्द से जल्द अगर वेतन नहीं जारी हुआ तो वे इसकी शिकायत डीसी और शिक्षा सचिव से भी करेंगे।
Protest Against DEO : संघ की मांग जिस शिक्षिका के खिलाफ जांच हो रही है सिर्फ उसका वेतन रोके विभाग
अल्पसंख्यक सहायता प्राप्त प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ एक शिक्षक का वेतन रोकने को कहा था। वह बाकी शिक्षकों का वेतन फौरन जारी कर रही हैं। फाइल पर अभी साइन कर देंगी। लेकिन सभी शिक्षकों ने कहा कि उन्हें सभी शिक्षकों का एक साथ वेतन चाहिए। जिस शिक्षिका के खिलाफ जांच है। उसकी जांच करें। अगर वह दोषी पाई जाती हैं तो उनका फरवरी का वेतन रोक लें।
डीईओ पर पहले भी लगता रहा है शिक्षकों का वेतन रोकने का आरोप:
यह पहली बार नहीं है जब जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया पर जानबूझकर शिक्षकों का वेतन रोकने का आरोप लगा है। पिछले वर्ष इसी प्रकार उन्होंने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का वेतन करीब 3 महीने तक रोके रखा था। तब आप लगा था कि डीईओ वेतन इसलिए रोक रही है ताकि शिक्षक उन्हें कुछ रकम दे। इसकी शिकायत शिक्षकों ने डीसी से भी की थी इसके बाद डीईओ कार्यालय में शिक्षकों का वेतन जारी किया था। इसके अलावा अनुदानित स्कूलों के आवंटन रोके जाने का आरोप भी डीईओ पर लग चुका है।
जल्द जारी होगा वेतन: डीईओ
वहीं शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन पर जिला शिक्षा अधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया ने कहा कि कुछ तकनीकी पहलुओं की वजह से वेतन जारी करने में देरी हुई है लेकिन जल्द ही संबंधित शिक्षकों का वेतन जारी कर दिया जाएगा। हालांकि जिस शिक्षिका के खिलाफ जांच चल रही है उसके वेतन जानी करने पर फैसला जांच के बाद ही होगा। उन्होंने जानबूझकर वेतन रोके जाने के आरोपों से भी इनकार किया।
READ ALSO : बिहार विधानसभा में उठा कब्रों से शव चोरी का मुद्दा, जानिए पूरी खबर