नई दिल्ली : राज्य पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से स्पष्ट किया है कि उनके राजनीति में आने का उद्देश्य न तो धन कमाना है और न ही सत्ता के लालच में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठना। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “मैं यहां पैसे कमाने या किसी पद का लालच लेकर नहीं आया हूँ। मेरे लिए राजनीति समाज सेवा का माध्यम है। मेरा मकसद लोगों की सेवा करना और देश में बदलाव लाना है।”
केजरीवाल ने आगे कहा कि उनका सपना भ्रष्टाचार मुक्त भारत का है और वह इसके लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके लिए कुर्सी या पद से ज्यादा महत्वपूर्ण जनहित और पारदर्शिता है।
केजरीवाल ने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने दिल्ली में कई ऐतिहासिक बदलाव किए हैं, जिनमें शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हमने दिखा दिया है कि अगर सरकार की नीयत सही हो, तो देश में हर वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सकता है। “अपने इस वक्तव्य के जरिए केजरीवाल ने यह संदेश दिया कि उनकी राजनीति का आधार सच्चाई, सेवा और जनता की भलाई है, न कि व्यक्तिगत लाभ या सत्ता की भूख।
आतिशी बनीं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री
15 सितंबर को अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था, और अब आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनी हैं। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं, उनसे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज इस पद पर रह चुकी हैं।
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