नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव आयोग की टीम ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आधिकारिक निवास कपूरथला हाउस में छापेमारी की। यह कार्रवाई CVigil ऐप पर नकदी वितरण की शिकायत मिलने के बाद की गई। हालाँकि, चुनाव आयोग की टीम को पूरे परिसर की जांच करने की अनुमति नहीं मिली, क्योंकि कुछ कमरों के दरवाजे बंद थे और उन पर ताले लगे हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली में चुनावी माहौल के बीच नकदी के अवैध वितरण को लेकर कई शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। CVigil ऐप के माध्यम से एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया कि कपूरथला हाउस के आसपास नकदी का वितरण किया जा रहा है। इसके बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए मौके पर टीम भेजी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिटर्निंग ऑफिसर ओपी पांडे ने बताया कि टीम को कपूरथला हाउस के आसपास की जांच करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन भवन के अंदर कुछ कमरों में प्रवेश नहीं किया जा सका, क्योंकि दरवाजे बंद थे। ऐसे में पूरी तलाशी संभव नहीं हो पाई। हालांकि, चुनाव आयोग इस मामले में आगे की जांच कर सकता है।
दिल्ली में नकदी बरामदगी के अन्य मामले
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब दिल्ली में अवैध नकदी की बरामदगी के कई मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने गीता कॉलोनी में एक कार से 23 लाख रुपये जब्त किए थे, जिसके बाद आयकर विभाग को इसकी सूचना दी गई थी।
इसके अलावा, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी शिकायत की थी कि पंजाब से दिल्ली में अवैध नकदी पहुंचाई जा रही है। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पुलिस को पंजाब से आने वाले वाहनों की सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए थे।
राजनीतिक हलचल तेज
कपूरथला हाउस में छापेमारी के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर चुनावी प्रक्रिया में धांधली के आरोप लगाए हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार दिया है।
इस बीच, चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, और किसी भी तरह की अनियमितता पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
फिलहाल, चुनाव आयोग इस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है। यदि कपूरथला हाउस में नकदी वितरण के सबूत मिलते हैं, तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। चुनाव आयोग सभी राजनीतिक दलों पर नजर बनाए हुए है और आचार संहिता के उल्लंघन पर सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है।