जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के बीएल और इंजीनियरिंग कॉलेज के लगभग 2700 छात्र-छात्राओं को अब तक छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई है। पिछले साल इन कॉलेजों के छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई थी, लेकिन 2700 छात्र इससे बाहर रह गए थे। यह छात्र कई बार कल्याण विभाग का चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अब तक उनकी छात्रवृत्ति का मामला नहीं सुलझाया गया है।
सोमवार को जमशेदपुर और आसपास के छात्र-छात्राओं ने डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और अपनी समस्याओं का समाधान करने के लिए डीसी अनन्य मित्तल को ज्ञापन सौंपा। डीसी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या शीघ्र हल की जाएगी और बाकी बचे 2700 छात्रों को छात्रवृत्ति जल्द ही दी जाएगी।
छात्रों का कहना है कि नवंबर 2024 में जिले के कल्याण विभाग ने सरकार से छात्रवृत्ति देने के लिए फंड की मांग की थी, लेकिन उसके बाद से इस मामले में कोई फंड नहीं मांगा गया है। इसी कारण सरकार ने अभी तक कल्याण विभाग को फंड नहीं भेजा है। छात्रों का कहना है कि यदि विभाग ने समय पर सरकार को इस बारे में याद दिलाया होता, तो फंड पहले ही मिल गया होता और छात्रवृत्ति का वितरण हो चुका होता।
बीएड की एक छात्रा ने बताया कि उन्हें सेशन 2023-24 के लिए छात्रवृत्ति नहीं मिली है। उनका कहना है कि यदि इस सेशन में उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिली, तो उनकी छात्रवृत्ति अटक जाएगी। छात्रा ने बताया कि बीएड के छात्रों को 60 हजार रुपये, इंजीनियरिंग के छात्रों को 40 हजार रुपये और आईटीआई के छात्रों को 25 हजार रुपये तक छात्रवृत्ति मिलती है।
यह घटना कल्याण विभाग की लापरवाही को उजागर करती है, और छात्रों की चिंता यह है कि अगर जल्दी ही छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं किया गया, तो उनका शिक्षा का रास्ता मुश्किल हो जाएगा।