पटना : बिहार के समस्तीपुर जिले से एक बेहद गंभीर और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें पटोरी थाने में तैनात एक दरोगा ने युवती के साथ अश्लील हरकत की। दरोगा द्वारा युवती के साथ जबरदस्ती करने का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। हालांकि The Photon News इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं, जिससे समाज में पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
घटना का विवरण : युवती से जबरदस्ती
यह घटना पटोरी थाना क्षेत्र की है, जहां तैनात दरोगा मोहम्मद बलाल खान ने एक युवती को किसी केस के सिलसिले में पूछताछ के बहाने थाने बुलाया। जब युवती अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची, तो दरोगा ने उसे वहां से अपने घर ले जाने के लिए कहा और यह दावा किया कि वह केस से मुक्ति दिलवाकर उसे बेल दिलवाएगा।
दरोगा युवती को अपने घर लेकर गया और फिर उसे वहां जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने लगा। युवती ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जिसमें दरोगा को युवती को धमकाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में वह कहता है, ‘अगर जेल नहीं जाना है तो…’ और फिर युवती से जबरदस्ती करता है। इस शर्मनाक कृत्य का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई की संभावना
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पटोरी डीएसपी वीरेंद्र कुमार मेधावी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से यह वीडियो प्राप्त हुआ है, और इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि दरोगा दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, ज़ी मीडिया ने भी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं की है, लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर सवाल
यह घटना बिहार पुलिस के लिए एक कड़ा संदेश है कि उन्हें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का पालन ईमानदारी से करना चाहिए। बिहार में इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जहां पुलिसकर्मी अपने पद का गलत उपयोग करते हुए महिलाओं के खिलाफ अपराध करते हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं और महिला सुरक्षा को गंभीर खतरे में डालते हैं।
पुलिस के ऐसे कृत्य से यह भी साफ हो गया है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी होगी। यह घटना पुलिस विभाग में सुधार की आवश्यकता को और भी मजबूत करती है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता
यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा करना है, लेकिन जब खुद पुलिसकर्मी इस तरह के अपराधों में शामिल हो जाते हैं, तो समाज में विश्वास टूटता है। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए यह जरूरी है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो सके और वे अपने अधिकारों का पालन कर सकें।
कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
समस्तीपुर के पटोरी थाना क्षेत्र में हुए इस शर्मनाक कृत्य ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन के भीतर सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। यह मामला यह भी दर्शाता है कि पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का पालन पूरी जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए, ताकि समाज में विश्वास बना रहे। वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है और यदि दरोगा दोषी पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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