नई दिल्ली: विदेशी सोने की तस्करी के एक मामले में दिल्ली कस्टम विभाग ने कोच्चि से दिल्ली आए एक तस्कर को रंगे हाथों पकड़ा है। तस्कर ने कस्टम अधिकारियों की नजरों से बचने के लिए एक चालाक योजना बनाई थी। उसने पहले विदेशी सोना कोच्चि लाकर वहां से घरेलू उड़ान के जरिए दिल्ली लाने का प्रयास किया, ताकि आईजीआई एयरपोर्ट के घरेलू टर्मिनल से बाहर निकलकर कस्टम जांच से बच सके।
लेकिन, कस्टम विभाग की सटीक सूचना और प्रभावी निगरानी प्रणाली के चलते वह सफल नहीं हो सका। कस्टम अधिकारियों ने यात्री को पकड़कर उससे तस्करी किया गया 1105 ग्राम सोना जब्त किया, जिसकी अनुमानित टैरिफ कीमत 94,16,191 रुपये आंकी गई है।
सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
आईजीआई एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम विभाग के अतिरिक्त आयुक्त ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई 5 अप्रैल को विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर की गई। इस सूचना में बताया गया था कि एक भारतीय यात्री कोच्चि से दिल्ली आ रहा है और वह सोने की तस्करी में संलिप्त है।
यात्री फ्लाइट संख्या 6E-2706 से कोच्चि से दिल्ली के घरेलू टर्मिनल टी-2 पर पहुंचा था। संदेह के आधार पर उसे उतारने के बाद टर्मिनल टी-3 स्थित अंतरराष्ट्रीय आगमन हॉल में स्थित प्रिवेंटिव कस्टम (शिफ्ट) कार्यालय में ले जाया गया।
व्यक्तिगत तलाशी में निकला सोना पेस्ट
यात्री की गहन व्यक्तिगत तलाशी और सामान की बारीकी से जांच की गई। जांच के दौरान चार नीले और दो हरे रंग के पाउच बरामद किए गए। इन पाउच में विदेशी मूल का सोना पेस्ट के रूप में छिपाया गया था। जब इन पाउच को खोला गया और प्रोसेस किया गया, तो उनमें से कुल 1105 ग्राम सोना निकाला गया।
तस्कर ने कबूला अपराध
पूछताछ के दौरान यात्री ने इस सोने को अपने कब्जे में रखने, उसे दिल्ली लाने और तस्करी की योजना में शामिल होने की बात कबूल कर ली। उसने माना कि वह विदेश से सोना कोच्चि लेकर आया था और वहां से घरेलू उड़ान के जरिये दिल्ली पहुंचा ताकि कस्टम की निगरानी से बचा जा सके।
कस्टम एक्ट के तहत कार्रवाई, जांच जारी
इस तस्करी के मामले में कस्टम विभाग ने कस्टम एक्ट, 1962 की धारा 110 के अंतर्गत सोने को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही, आरोपी यात्री को धारा 104 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
फिलहाल, मामले की गहन जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस तस्करी के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल हैं, और क्या कोई अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क इसका हिस्सा है।
कस्टम विभाग की सजगता से एक बड़ी तस्करी नाकाम
इस मामले में कस्टम अधिकारियों की सूझबूझ और तत्परता ने एक बड़ी तस्करी की कोशिश को विफल कर दिया। यह घटना दर्शाती है कि तस्कर किस हद तक योजनाबद्ध तरीके से कस्टम कानूनों को चकमा देने की कोशिश करते हैं, लेकिन चौकस निगरानी और खुफिया जानकारी के बल पर ऐसी गतिविधियों को रोका जा सकता है।