मोतिहारी : ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी किए जाने के बीच पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल क्षेत्र में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। नेपाल सीमा से सटे इलाके में चार चीनी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया है।
बिना वीजा के भारत में प्रवेश की कोशिश, चार चीनी नागरिक गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए चारों चीनी नागरिकों की पहचान डेन विजोन, लीं युन्गाघौई, हि क्युं हैनसेन और हुवाग लिविंग के रूप में हुई है। सभी आरोपी चीन के हुनान प्रांत के निवासी हैं। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उनके पास भारत में प्रवेश का वैध वीजा नहीं था। पूछताछ में सभी ने चाइनीज भाषा में जवाब दिए, और उनके पास से 8,000 चीनी युआन नकद और चाइनीज पासपोर्ट बरामद किए गए हैं।
नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश, नेपाली महिला गाइड की भूमिका संदिग्ध
जानकारी के अनुसार, ये चीनी नागरिक नेपाल से भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान दो नेपाली महिला गाइड उनकी मदद कर रही थीं। संदेह है कि इन महिला गाइड का संबंध पाकिस्तान से भी हो सकता है। हालांकि, पूछताछ के बाद दोनों महिलाओं को छोड़ दिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चौकसी और गश्त बढ़ा दी गई थी। इसी सख्ती के चलते SSB और मोतिहारी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इन चीनी नागरिकों को पकड़ा गया।
कानूनी कार्रवाई और दूतावास को जानकारी
पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। साथ ही चीन के दूतावास को भी जल्द ही इसकी सूचना दी जाएगी। हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान के अनुसार, जांच का फोकस इस बात पर है कि बिना वीजा भारत में प्रवेश का उद्देश्य क्या था।
गिरफ्तारी के बाद बढ़ी सुरक्षा, एजेंसियां जुटीं पूछताछ में
इस घटना के बाद सीमाई इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां चारों गिरफ्तार चीनी नागरिकों से पूछताछ कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनका मकसद क्या था, और क्या इसमें कोई बड़ा नेटवर्क शामिल है।