पटना : बिहार में स्मार्ट मीटर की बढ़ती चर्चा और उसके लाभों को लेकर राजनीति भी गर्माई हुई है। जहां राज्य सरकार स्मार्ट मीटर को लेकर अपने पक्ष में तर्क दे रही हैं, वहीं विपक्ष इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर चुका है। हालांकि, अब स्मार्ट मीटर के इस्तेमाल को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) द्वारा अब तक 5 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाए जा चुके हैं। लेकिन अब यह पहल सरकारी दफ्तरों और अधिकारियों के आवास तक भी पहुंच गई है।
सरकारी दफ्तरों और अधिकारियों के आवास पर स्मार्ट मीटर का प्रयोग
एसबीपीडीसीएल के अधीन बिहार के 13 जिलों के सात सर्कल में करीब 35 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यह जिम्मेदारी इंटेलीस्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सौंपी गई है। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर, ख्वाजा जमाल ने इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि अब सरकारी कार्यालयों और सरकारी अधिकारियों के आवासों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि यह कदम उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट मीटर के प्रति विश्वास बढ़ाने में मदद करेगा।
लोगों को समझाए जा रहे स्मार्ट मीटर के फायदे
बीएसपीएचसीएल ने इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरीकों को अपनाया है। कंपनी घर-घर जाकर उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के फायदे बता रही है। इसके अलावा नुक्कड़ नाटक और ऑडियो रील्स के माध्यम से भी उपभोक्ताओं को इस तकनीक के लाभों के बारे में बताया जा रहा है। इसके साथ ही, प्रशिक्षित कर्मचारी उपभोक्ताओं के सभी सवालों का उत्तर दे रहे हैं ताकि उन्हें स्मार्ट मीटर के इस्तेमाल से जुड़े किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
बिजली उपयोग की पूरी जानकारी अब स्मार्टफोन से
बीएसपीएचसीएल ने उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से यह जानकारी देने की सुविधा भी शुरू की है। इस ऐप के जरिए उपभोक्ता अब अपने बिजली उपयोग की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, उन्हें यह भी पता चल सकेगा कि उन्होंने कितने रुपये का रिचार्ज किया है और उनके पास कितना बैलेंस बचा हुआ है। स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से उपभोक्ताओं को बिजली से संबंधित समस्याओं का समाधान भी मिल जाएगा, और उन्हें बिजली दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बिहार स्मार्ट मीटर के मामले में है अव्वल
बीएसपीएचसीएल के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने बताया कि बिहार देश का पहला राज्य है जिसने स्मार्ट प्रीपेड मीटर को सबसे पहले अपनाया और यहां सबसे अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉल किए गए हैं। बिहार में स्मार्ट मीटर लगाने का आंकड़ा अब 50 लाख के पार पहुंच चुका है। यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इसे अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श के रूप में देखा जा रहा है।