सेंट्रल डेस्क। एप्पल के दिवंगत सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेला, 2025 में शामिल होने पहुंची थी। इसी बीच खबर है कि इस यात्रा के दौरान वो अस्वस्थ हो गई है। फिलहाल पॉवेल स्वामी कैलाशानंद गिरि के शिविर में रह रही हैं। कैलाशानंद महाराज ने बताया कि पॉवेल जॉब्स को भीड़भाड़ और अपरिचित वातावरण के कारण एलर्जी हो गई है। इससे पहले वे इतने भीड़भाड़ में कभी नहीं शामिल हुई है।
स्वामी कैलाशानंद ने कहा, ‘वह मेरे शिविर में है। वह इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर कभी नहीं गई और उन्हें कुछ एलर्जी हो गई है। वह बहुत सरल है और हमारी परंपरा का अनुभव करने के लिए यहां आई है।
नदियों के संगम में डुबकी लगाना चाहती है पॉवेल
अपनी बीमारी के बावजूद, पॉवेल जॉब्स गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम में पवित्र डुबकी लगाने की रस्म में भाग लेना चाहती हैं। स्वामी कैलाशानंद ने कहा कि वह अनुष्ठान में भाग लेने से पहले ठीक होने के लिए अपने शिविर में आराम कर रही हैं।
पॉवेल जॉब्स 144 साल बाद होने वाले दुर्लभ खगोलीय आयोजन महाकुंभ का अनुभव लेने के लिए सोमवार को प्रयागराज पहुंची। गौरतलब है कि इस विशाल धार्मिक आय़ोजन में दुनिया भर के लाखों भक्त एकत्रित हुए है।
महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए पहुंची भारत
दुनिया के सबसे बड़े समागम महाकुंभ मेला सोमवार को शुरू हुआ, जिसमें लाखों लोगों ने ‘मोक्ष’ की तलाश में संगम में डुबकी लगाई। 61 वर्षीय अमेरिकी व्यवसायी लॉरेन पॉवेल महाकुंभ मेले में भाग लेने के लिए भारत पहुंचीं। निरंजनी अखाड़े के कैलाशानंद गिरि महाराज के मार्गदर्शन में पावेल 10 दिन तक कल्पवास करेंगी।
पॉवेल को हिंदू नाम दिया गया ‘कमला’
निरंजनी अखाड़े द्वारा पॉवेल को ‘कमला’ का हिंदू नाम दिया गया है। पॉवेल के बारे में स्वामी गिरि ने कहा, ‘वह बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक हैं। वह हमारी परंपराओं के बारे में जानना चाहती है। वह मुझे एक पिता और गुरु के रूप में सम्मान देती है। हर कोई उससे सीख सकता है। भारतीय परंपराओं को दुनिया स्वीकार कर रही है।