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सुप्रीम कोर्ट करेगा संभल हिंसा मामले की सुनवाई, जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन अलर्ट

कोर्ट के आदेश के बाद 19 नवंबर के संभल में जामा मस्जिद में पहली बार किए गए सर्वे के बाद से ही इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। सर्वे के बाद जमकर बवाल हुआ, जिसमें 4 युवकों की मौत हो गई थी।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क: उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से चर्चा में चला आ रहा संभल मस्जिद विवाद अब सुप्रीम कोर्ट की चौखट तक पहुंच गया है। 28 नवंबर को मस्जिद कमेटी ने एक याचिका दायर की। इस मामले की सुनवाई भारत के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच 29 नवंबर को करेगी।

निचली अदालत के आदेश को दी गई है चुनौती
इसके अलावा संभल में सर्वे के बाद हुई हिंसा का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद का मामले की सुनवाई अब देश की शीर्ष अदालत में की जाएगी। मस्जिद कमेटी की ओर से दायर याचिका में निचली अदालत के आदेश को चुनौती दी गई है।

क्या लिखा है कानूनी याचिका में
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार, भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच इस मामले की सुनवाई 29 नवंबर को करेंगे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट से सर्वे के फैसले पर तुरंत रोक लगाने की अपील भी की गई है। दायर याचिका में लिखा गया है कि सिविल कोर्ट ने जिस जल्दबाजी में सर्वे की अनुमति दी और जिस तरह से उसे एक दिन के भीतर पूरा करा लिया, उससे बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक तनाव पैदा हुआ। इससे देश के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने को खतरा पैदा हुआ।

हिंसा का मामला पहुंचा इलाहाबाद हाई कोर्ट
19 नवंबर के कोर्ट के आदेश के बाद संभल में जामा मस्जिद में पहली बार किए गए सर्वे के बाद से ही इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। सर्वे के बाद जमकर बवाल हुआ, जिसमें 4 युवकों की मौत हो गई थी। अब इस मामले की जांच को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।

सीबीआई से जांच का अनुरोध
वाराणसी के डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी ने एडवोकेट इमरान उल्लाह और विनीत विक्रम के जरिए याचिका दायर की है। इस याचिका में रिटायर्ड जजों की अध्यक्षता में विशेष जांच दल गठित कर उससे जांच कराने की मांग की है। जनहित याचिका में प्रशासनिक लापरवाही और हिंसा में स्थानीय अधिकारियों की भूमिका पर भी चिंता जताई गई है। इतना ही नहीं याचिका में हिंसा के कारणों को लेकर सीबीआई से भी जांच कराने का अनुरोध किया गया है।

जुमे की नमाज को लेकर अतिरिक्त इंतजाम
दूसरी ओर, 29 नवंबर को होने वाले जुमे की नमाज को लेकर भी प्रशासन ने अतिरिक्त सावधानी बरती है। मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उनका कहना है कि जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा इंतजाम के पुख्ता इंतजाम किए गए है। अगर कोई व्यक्ति शासन व्यवस्था को खराब करने की कोशिश करते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कमिश्नर आंजनेय ने बताया कि संभल मस्जिद विवाद में अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा 3 अन्य लोगों को भी डिटेन किया गया हैं।

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