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भाकपा विधायक सूर्यकांत पासवान का कथित आपत्तिजनक वीडियो वायरल, बोले- ‘यह भाजपा की साजिश’

इस घटना के बाद विधायक ने सार्वजनिक तौर पर बखरी डीएसपी और एक भाजपा युवा नेता पर शराब तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाया था।

by Reeta Rai Sagar
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पटना : बिहार की राजनीति में उस वक्त हलचल मच गई, जब भाकपा विधायक सूर्यकांत पासवान का एक कथित आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह मामला बेगूसराय जिले के बखरी विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा है, जहां से सूर्यकांत पासवान विधायक हैं। वायरल वीडियो में विधायक एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में नजर आ रहे हैं, हालांकि विधायक ने इसे सिरे से फर्जी और एडिटेड करार दिया है।

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘यह मेरी छवि खराब करने की एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश है, जिसमें भाजपा नेताओं की भूमिका है। मैंने लगातार शराब माफिया और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई थी, इसलिए मुझे टारगेट किया जा रहा है’।

भाजपा नेताओं और डीएसपी पर लगाए गंभीर आरोप

विधायक ने आरोप लगाया कि यह एडिटेड वीडियो जान-बूझकर वायरल किया गया है, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके। उन्होंने बखरी डीएसपी कुंदन कुमार पर शराब माफिया से सांठगांठ और तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस महानिदेशक (DGP) से की थी।
विधायक के अनुसार, शिकायत के बाद बेगूसराय-खगड़िया रेंज के डीआईजी को मामले की जांच सौंपी गई है। इसी के चलते उन्होंने दावा किया कि बखरी डीएसपी के इशारे पर भाजपा नेताओं ने मिलकर यह वीडियो फैलाया है।

टाइगर मोबाइल सिपाहियों की गिरफ्तारी का भी किया जिक्र

सूर्यकांत पासवान ने आगे बताया कि हाल ही में एक पिकअप वैन से विदेशी शराब पकड़ी गई थी। इस मामले में बखरी थाने के तीन टाइगर मोबाइल जवानों को शराब माफिया से मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

इस घटना के बाद विधायक ने सार्वजनिक तौर पर बखरी डीएसपी और एक भाजपा युवा नेता पर शराब तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाया था। विधायक का कहना है कि अब उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।

एससी-एसटी थाना में दर्ज कराई शिकायत, डीजीपी से जांच की मांग

इस पूरे मामले को लेकर विधायक ने एससी-एसटी थाना में शिकायत दर्ज कराई है और डीजीपी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह सिर्फ मेरी व्यक्तिगत छवि पर हमला नहीं, बल्कि उन सभी जनप्रतिनिधियों पर भी हमला है, जो सच्चाई और ईमानदारी से जनता की आवाज उठाते हैं।
फिलहाल इस मामले में बखरी पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

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