Surya Narayan Hansda Encounter : रांची : झारखंड की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा चुके पूर्व नेता सूर्या नारायण हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में मौत के बाद अब मामला तूल पकड़ने लगा है। देवघर से गिरफ्तार कर गोड्डा लाए जाने के दौरान मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मार गिराया। घटना के बाद उठ रहे सवालों के बीच अब CID द्वारा इस एनकाउंटर की जांच की जाएगी।
Surya Narayan Hansda Encounter : गोड्डा पुलिस ने दर्ज किया मुठभेड़ का केस, अब CID लेगी चार्ज
गोड्डा पुलिस ने यह मुठभेड़ बोआरीजोर थाना क्षेत्र में दर्ज की है। इसी आधार पर अब सीआईडी द्वारा नया मामला दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी। पुलिस मुख्यालय को सौंपी गई रिपोर्ट में भी इस मामले में CID जांच की सिफारिश की गई है। इसके साथ ही गोड्डा पुलिस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को भी प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी है, जिसमें मुठभेड़ का पूरा विवरण शामिल है।
अर्जुन मुंडा ने उठाए सवाल, बताया कार्रवाई संदेहास्पद
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जिस तरह एक आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के खिलाफ पुलिस ने कदम उठाया, वह कई संदेह उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा, ‘वक्त ने एक आदिवासी को अपराधी बना दिया, लोकतंत्र ने मंच दिया, लेकिन पुलिस ने आखिरी सांस छीन ली’। अर्जुन मुंडा ने यह भी जानकारी दी कि वे 17 अगस्त को सूर्या नारायण हांसदा के गांव जाकर उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय था सूर्या हांसदा
सूर्या नारायण हांसदा ने अपने राजनीतिक जीवन में बीजेपी, जेवीएम और जेएलकेएम के टिकट पर चार बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। उसका राजनीतिक सफर लंबा रहा है और वह झारखंड की राजनीति में एक पहचान बना चुका था। ऐसे में उसकी मुठभेड़ में हुई मौत से राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है।