जमशेदपुर : मानगो के अपना बसेरा सोसाइटी से शनिवार की रात 2:00 बजे 13 वर्षीय किशोरी नीरज पाठक अचानक लापता हो गई है। इस घटना से पूरा परिवार को परेशान हो गया है। घटना के बाद परिजनों ने उलीडीह थाना में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, और 12 घंटे बाद यह कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया कि यह मामला उलीडीह थाना क्षेत्र का नहीं है, बल्कि मानगो थाना क्षेत्र का है।
घर का दरवाना बाहर से था बंद
शनिवार की रात को जब बच्ची की बड़ी बहन सो रही थी, तो उसने देखा कि छोटी बहन का दरवाजा बाहर से बंद था। उसने यह सोचकर अपने पिता नीरज पाठक को फोन किया कि शायद उसकी छोटी बहन दरवाजा बंद करके पिताजी के साथ सोने चली गई होगी। लेकिन जब नीरज पाठक ने अपनी बेटी को ढूंढा, तो वह घर में नहीं मिली। घर का मुख्य दरवाजा भी बंद था। बाद में, नीरज पाठक ने दीवार फांद कर घर का मुख्य दरवाजा खोला और अपनी 13 वर्षीय बेटी के लापता होने की सूचना उलीडीह थाना को दी।
उलीडीह पुलिस ने सीमा विवाद में उलझाया मामला
उलीडीह थाना ने शुरू में तत्परता दिखाते हुए परिजनों से आवेदन लिया और कॉल डिटेल निकालने की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन शाम 4:00 बजे उलीडीह थाना प्रभारी ने अचानक परिजनों को बताया कि यह मामला उनके थाना क्षेत्र का नहीं है, बल्कि यह मामला मानगो थाना क्षेत्र का है। यह जानकारी सुनकर परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई, और उन्होंने इस मामले की सूचना पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह को दी। विकास सिंह सूचना मिलने पर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। बच्ची के पिता ने बताया कि जब उन्होंने उलीडीह थाना में शिकायत दी थी, तो उन्हें लगा था कि बच्ची जल्दी बरामद हो जाएगी, लेकिन जब थाना प्रभारी ने यह कहा कि यह मामला उनका नहीं है, तो पूरा परिवार और भी भयभीत हो गया।
मानगो पुलिस भी नहीं कर पा रही मदद
परिजनों ने इसके बाद मानगो थाना में शिकायत दी, जहां पुलिस ने उन्हें बताया कि थानेदार शाम 7:00 बजे आएंगे और फिर मामले की जांच शुरू करेंगे। शाम 7:00 बजे जब परिजन थाना गए, तो पुलिस ने बताया कि लड़की का लोकेशन घाटशिला में है। हालांकि, काफी खोजबीन करने के बाद भी लड़की का कोई पता नहीं चला। अगले दिन जब लड़की के पिता मानगो थाना गए, तो थाना में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि उनकी बेटी “कुंभ नहा रही है।” यह सुनकर परिजन खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे और पुलिस के बर्ताव से निराश हो गए।
समाजसेवी विकास सिंह ने की किशोरी का पता लगाने की मांग
इस मामले में विकास सिंह ने पुलिस प्रशासन के इस लापरवाह रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि 13 वर्षीय बच्ची का रात के समय लापता हो जाना और प्रशासन का इस पर गंभीरता से न लेना बेहद शर्मनाक है। विकास सिंह ने कहा कि थानेदार को अपने थाना क्षेत्र की पूरी जानकारी होनी चाहिए, ताकि पीड़ितों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि थाना क्षेत्र की सीमाओं के पास थाना का नाम और थानेदार का नंबर लिखवाने से आम जनमानस को परेशान होने से बचाया जा सकता है।
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