पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में बने महागठबंधन को अवसरवादी कहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस सरकार को वोट नहीं दिया था. यह सरकार जुगाड़ टेक्नोलॉजी पर चल रही है जिसे जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है. उन्होंने महागठबंधन की नयी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी यह नयी सरकार एक-दो सालों में पांच से दस लाख नौकरियां दे देती है तो मैं इनके समर्थन में अपना जन सुराज अभियान वापस ले लूंगा, क्योंकि बिहार के लोगों के हित में ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही होगी. प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में जो नियोजित शिक्षक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, उन्हें तो समय पर आज सरकार तनख्वाह भी नहीं दे पा रही है. तो ये सरकार और नयी नौकरियां कहां से दे पायेगी. उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान को बिहार में केवल कुछ महीने ही हुए हैं और प्रदेश की राजनीति 180 डिग्री घूम गयी है. उन्होंने दावा किया कि अगला विधानसभा चुनाव आते-आते कई बार बिहार की राजनीति घूमेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फेविकॉल की तरह अपनी कुर्सी पर बैठ गये हैं और बाकी पार्टियां कभी इधर तो कभी उधर उछल-कूद में लगी हैं.
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर होगा बड़ा राजनीतिक उलटफेर : प्रशांत किशोर
written by Rakesh Pandey
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Rakesh Pandey
प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में 17 वर्षों से ज्यादा समय से सक्रिय. जर्नलिज्म में डिग्री। 2002 में सन्मार्ग, सलाम दुनिया, प्रभात खबर, ईटीवी और सूत्रकार में काम करने का अनुभव. हेल्थ, खेल और जनरल विषयों पर रिपोर्टिंग और डेस्क का काम. संगीत, रंगकर्म और लोक संस्कृति में दिलचस्पी