लोहरदगा : एडीजे वन अखिलेश कुमार तिवारी की अदालत ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में तीन आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आरोपितों को जुर्माना भी लगाया गया है। मामले में सरकारी पक्ष की ओर से एपीपी कृपा शंकर पांडे ने दलीलें पेश की।
मामले में कुल 14 लोगों की गवाही हुई। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपितों को सजा सुनाई है। सभी आरोपित न्यायिक हिरासत में हैं।
एडीजे वन अखिलेश कुमार तिवारी की अदालत ने एससी-एसटी थाना कांड संख्या 7/2022 में सदर थाना क्षेत्र के तिगरा बगीचा टोली निवासी सेराज अंसारी के पुत्र आरोपित संझार अंसारी, यासीन अंसारी के पुत्र आरोपित सरफराज अंसारी उर्फ बाबू और सिद्धिक अंसारी के पुत्र शहजादा अंसारी उर्फ छोटू को धारा 376डी में आजीवन कारावास और बीस हजार रुपये जुर्माना, धारा 363 में छह साल और दस हजार रुपये जुर्माना, धारा 323 में एक साल और एक हजार रुपये जुर्माना, धारा 342 में एक साल और एक हजार रुपये जुर्माना, धारा 506 में दो साल और एक हजार रुपये का जुर्माना के अलावे एससी-एसटी (तीन)( डब्ल्यू) (टू) में चार साल और पांच हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई है।
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विगत 24 जनवरी 2022 को पीड़िता अपने रिश्तेदार की शादी में जा रही थी, तभी आरोपितों ने बंदूक के पिछले भाग से मार कर जबरन मुंह बंद कर अगवा कर के नदी के पास करंज पेड़ के नीचे पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। साथ ही धमकी भी दी की किसी को मत बताना।