रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार धनबाद जिले स्थित तोपचांची झील को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झील पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनेगा, जहां प्रकृति प्रेमी और साहसिक गतिविधियों के शौकिन दोनों ही आनंद ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इस क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है। उनका कहना था कि तोपचांची झील का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, जिससे यह स्थल एक बेहतरीन पर्यटक गंतव्य के रूप में उभरेगा।
राज्य सरकार की योजना: तोपचांची झील के आसपास बनेगा टूरिस्ट हब
तोपचांची झील और उसके आसपास के 33 एकड़ क्षेत्र को एक आकर्षक टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करने की योजना है। मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई बैठक में अधिकारियों ने इस परियोजना से संबंधित कार्ययोजना प्रस्तुत की। इसमें रिजॉर्ट, जंक्शन, एक्टिविटी पार्क, सेंट्रल पार्क, नेचर पार्क, मोटर स्पोर्ट्स पार्क, म्यूजिक पार्क, फूड प्लाजा और कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
इसके अलावा, बोटिंग, गो-कार्टिंग जैसी साहसिक गतिविधियां भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेंगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस परियोजना के तहत स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि इस पर्यटन स्थल के विकास से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ हो।
मुख्यमंत्री ने दी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से तोपचांची झील के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग, वन विभाग और नगर विकास विभाग के बीच बेहतर समन्वय से ही झारखंड को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान मिल सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य को जल्द ही एक प्रमुख पर्यटन हब के रूप में स्थापित किया जाएगा, ताकि यहां देश-विदेश के पर्यटक आकर्षित हो सकें। बैठक में पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, प्रधान सचिव नगर विकास विभाग सुनील कुमार और पर्यटन निदेशक अंजलि यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।