मेदिनीनगर (पलामू) : झारखंड के पलामू जिले में नक्सल उन्मूलन को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत सोमवार को पलामू पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पलामू व गढ़वा जिले के वांटेड प्रतिबंधित संगठन टीएसपीसी के सब जाेनल कमांडर दीपक रजवार ने आत्मसमर्पण कर दिया। सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सदर एसडीपीओ ऋषभ गर्ग व विश्रामपुर एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने माला पहना कर दीपक रजवार को समाज के मुख्य धारा में स्वागत किया।
उग्रवादी दीपक रजवार ने क्यों किया सरेंडर
सदर एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के द्वारा उक्त नक्सली के स्वजनों से लगातार संपर्क कर दीपक को सरेंडर करने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इस दौरान उक्त नक्सली व उसके स्वजनों को झारखंड सरकार की आत्मसर्पण व पुर्नवास नीति के लाभ को साझा किया जा रहा था। इस पुलिस के प्रयास से प्रभावित होकर दीपक ने स्वयं को कानून के हवाले कर दिया।
सरेंडर के बाद क्या बोले पुलिस अधिकारी
सदर एसडीपीओ ने बताया कि अब विशेष शाखा की अनुशंसा पर दीपक को झारखंड सरकार की नीतिओं को पूरा लाभ दिया जाएगा। वर्तमान में उसे मेदिनीनगर के केंद्रीय कारा में न्यायिक अभिरक्षा में रखा जाना है। आवश्यक कार्रवाई करने के बाद उसे हजारीबाग स्थित ओपन जेल में भेजने की प्रक्रिया की जाएगी।
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उग्रवादी दीपक रजवार पर क्या है आरोप
पूछे जाने पर सदर एसडीपीओ ने बताया कि हुसैनाबाद थाना क्षेत्र चौवा चट्टान निवासी दीपक के विरूद्ध पलामू व गढ़वा जिले के कई थानों में मामला दर्ज है। इसमू 28 मई 2018 में छतरपुर थाना में हथियार लूटने के उद्देश्य से पुलिस बल पर हमला, सरकारी कार्यों मूें बाधा सहित 17 सीएलए एक्ट वयूपीए एक्ट के तहत कई मामले दर्ज है। इसी तरह पलामू के शहर थाना, विश्रामपुर, छतरपुर, गढ़वा के बरडीहा सहित अन्य थानों की पुलिस दीप रजवार को ढूंढ रही थी।