Home » नदी में नहाने गये के एमपीएम के दो दोस्तों की डूबने से मौत

नदी में नहाने गये के एमपीएम के दो दोस्तों की डूबने से मौत

by Rakesh Pandey
नदी में नहाने गये केएमपीएम के दो दोस्तों की डूबने से मौत शव करीब 24 घंटे बाद गुरुवार को बरामद किया गया। दोनों दोस्त बिना बताए निकले थे घर से
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

जमशेदपुर: कांदरबेड़ा स्थित स्वर्णरेखा नदी में नहाने गए बिष्टुपुर केएमपीएम कॉलेज के दो छात्रों की डूबने से मौत हो गयी। घटना बुधवार की है। जबकि दोनों का शव करीब 24 घंटे बाद गुरुवार को बरामद किया गया। मरने वाले युवकों की पहचान मानगो सुभाष कॉलोनी निवासी कुणाल सिंह और सिदगोड़ा बारा फ्लैट निवासी विनायक कुमार के रूप में की गयी है।

नदी में नहाने गये के एमपीएम के दो दोस्तों की डूबने से मौत

दोनों बीसीए के छात्र थे : 

मानगो सुभाष कॉलोनी निवासी कुणाल सिंह का आगामी 17 सितंबर को जन्मदिन था। कुणाल के पिता अरविंद सिंह ने बताया कि कुणाल 19 साल का होने वाला था। कुणाल और उसका साथी विनायक एक साथ पढ़ाई करते थे। बुधवार की सुबह कुणाल करीब 9 बजे घर से निकला। इसी बीच विनायक का फोन आया। दोनों साथ कॉलेज गये। दोपहर करीब 12.45 बजे कुणाल की अपनी मां से फोन पर बात हुई।

नदी में नहाने गये के एमपीएम के दो दोस्तों की डूबने से मौत

बताया कि कॉलेज में लौटने में देरी होगी। पत्नी ने करीब 2 बजे मोबाइल पर कॉल किया तो कपाली थाना पुलिस से बात हुई। इसके बाद थाने पहुंचे। पूछताछ करने पर पता चला कि बेटे की स्कूटी और कपड़ा कांदरबेड़ा में नदी किनारे मिला है। सिदगोड़ा बारा फ्लैट निवासी विनायक कुमार के भाई विशाल कुमार ने बताया कि वह घर से कॉलेज जाने की बात कह कर निकला था। कांदरबेड़ा जाने की जानकारी नहीं।

दोनों दोस्त बिना बताए निकले थे घर से:

परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों युवक दोस्त थे। घर के कॉलेज के लिए निकले थे। परिजनों को बगैर बताये दोनों कांदरबेड़ा स्थित सुवर्णरेखा नदी में नहाने चले गये। पुलिस ने बुधवार को दोनों के कपड़े नदी घाट से बरामद किये थे। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गयी।

परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप

मृत छात्रों के परिवार वालों का आरोप है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वह थाने पहुंचे। उन्हें थाने में घंटों बैठाकर रखा गया। वह एनडीआरएफ की टीम बुलाकर नदी में दोनों युवकों की तलाश करने की मांग करते रहे। पुलिस ने एनडीआरआफ को घटना की सूचना नहीं दी।

एक दिन गुजरने के बाद दोनों शव नदी में तैरते हुए दिखाई देने लगे। इसके बाद स्थानीय मछुआरे व टाटा स्टील सिक्योरिटी विभाग के इंस्पेक्टर मजरुल बारी अपराह्न तीन बजे मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों शवों को बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों दोस्त के शव को सरायकेला पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।

READ MORE: एयरबस ने भारतीय वायु सेना प्रमुख को सौंपा सी 295 विमान, भारतीय वायु सेना की बढ़ी ताकत

Related Articles