लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपराधियों के एनकाउंटर करने का सिलसिला लगातार जारी है। इस क्रम में सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही पर हुए हमले के मामले में एसटीएफ और अयोध्या पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में घटना के मुख्य आरोपी अनीस को ढेर कर दिया है। मुठभेड़ में दो अन्य घायल भी हुए हैं। वहीं एसओ पूराकलंदर रतन शर्मा व दो सिपाहियों के घायल होने की भी सूचना है। जो जानकारी अभी तक सामने आयी है। उसके तहत यह मुतभेड़ थाना पूराकलंदर के छतिरवा पारा कैल मार्ग पर मुठभेड़ हुई है। पुलिस की ओर से बताया गया है कि एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश आज इस संबंध में लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी मीडिया से साझा करेंगे। विदित हो कि इससे पहले लड़की का दुपट्टा खिचने के दो आरोपियों का भी यूपी पुलिस ने एनकाउंटर किया था। लेकिन तब गोली दोनों के पैर में लगी थी।
जानिए क्या है पुरा वाकया:
सरयू एक्सप्रेस की सामान्य बोगी 30 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में खून से लथपथ एक महिला आरक्षी मिली थी। अयोध्या जंक्शन पर ट्रेन पहुंचने के बाद यात्रियों की सूचना पर रेलवे पुलिस ने आरक्षी को अपने संरक्षण में लेकर पहले श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया था। जहां हालत गंभीर होने पर सिपाही को दर्शन नगर मेडिकल कालेज भेजा गया था। वहां भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो महिला सिपाही को को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था।
आरक्षी की पहचान 45 वर्षीय सुमित्रा पटेल के रूप में हुई थी। वह सुलतानपुर जिले में तैनात हैं और सावन मेला ड्यूटी के लिए अयोध्या आ रही थीं। अयोध्या जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल में आरक्षी का आवागमन स्टेशन पर नहीं मिला था। घायल आरक्षी का अभी भी उपचार चल रहा है। विदित हो कि सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज से सुलतानपुर, अयोध्या होते हुए मनकापुर तक जाती है।
धारधार हथियार से किया गया था हमला:
पुलिस की ओर से बताया गया कि महिला आरक्षी के कपड़े अस्तव्यस्त थे। सिर पर किसी बड़े धारदार हथियार से हमले के निशान मिले हैं। गाल व आंख पर भी धारदार हथियार से हमला किया गया था। वह मंगलवार की रात सुलतानपुर से सरयू एक्सप्रेस में अयोध्या आने के लिए सवार हुई थी, लेकिन ट्रेन में सो जाने के कारण वह मनकापुर पहुंच गई थी। सुबह करीब 4:30 बजे जब सरयू एक्सप्रेस अयोध्या पहुंची तो वह ट्रेन के अंदर गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ी थी। प्रारंभिक मेडिकल जांच में उसके सिर व चेहरे पर चोट के निशान मिले थे।
छेड़खानी का विरोध करने पर दिया था घटना को अंजाम:
पुलिस की मानें तो मुख्य आरोपी अनीस महिला कांस्टेबल से ट्रेन में छेड़खानी कर रहा था। लेकिन जब वे नहीं मानें तो महिला सिपाही ने बदमाश को पटक दिया। लेकिन बदमाशों की संख्या तीन होने की वजह से उन्होंने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने ट्रेन की खिड़की से महिला का सिर पटक दिया था जिससे वो बुरी तरह जख्मी हो गई थी।