सेंट्रल डेस्क : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ माइकल रुबिन ने भारत सरकार से इजरायल के 1972 के म्यूनिख नरसंहार के बाद की गई गुप्त कार्रवाई की तर्ज पर एक दीर्घकालिक आतंकवाद विरोधी रणनीति अपनाने का आह्वान किया है। रुबिन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजरायल की प्रधानमंत्री गोल्डा मेयर की तरह आतंकवादियों का पीछा करने की नीति अपनानी चाहिए’।
Operation Sindoor: पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय हमले
7 मई 2025 को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पंजाब में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया। रुबिन ने भारत की इस कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा कि यह ‘सावधानीपूर्वक और सटीक’ थी, जबकि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया ‘अव्यवस्थित’ प्रतीत होती है।
रुबिन का सुझाव : इजरायल की नीति से प्रेरणा लें
रुबिन ने सुझाव दिया कि भारत को इजरायल की तरह आतंकवादियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पीछा करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इजरायल ने म्यूनिख नरसंहार के बाद उन आतंकवादियों का पीछा किया, जो कहीं भी छिपे थे’। रुबिन ने पाकिस्तान से आतंकवादी शिविरों को बंद करने और आतंकवादियों को प्रत्यर्पित करने की मांग की।
कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोषों की हत्या
22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी। हमलावरों ने पीड़ितों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और फिर उन्हें मार डाला। इस हमले को भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का हिस्सा माना, जबकि पाकिस्तान ने इससे इंकार किया। इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कई द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित कर दिया और सीमा पार से होने वाली आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
वैश्विक प्रतिक्रिया और भारत की रणनीति
इस संघर्ष के बढ़ते स्तर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता को बढ़ा दिया है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। भारत ने अपनी सुरक्षा तैयारियों को मजबूत किया है और नागरिक रक्षा अभ्यास ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के तहत 244 जिलों में आपातकालीन प्रतिक्रिया की तैयारी की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय भारत को एक दीर्घकालिक और सुसंगत आतंकवाद विरोधी रणनीति की आवश्यकता है, जो इजरायल की नीति से प्रेरित हो, ताकि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का प्रभावी रूप से मुकाबला किया जा सके।
भारत की यह रणनीति न केवल पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क को कमजोर करने में मदद करेगी, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगी।