वैशाली: बिहार के वैशाली जिले में वन विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां वन विभाग के रेंजर ने नीलगाय के शिकार के दौरान गलती से एक महिला को गोली मार दी। गोली लगने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया। यह घटना सलेमपुर पंचायत के मखदूमपुर गांव की है, जो नीलगायों के कारण होने वाली फसलों के नुकसान के लिए जाना जाता है।
नीलगाय के शिकार के दौरान महिला को गोली लगने की घटना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मखदूमपुर गांव में वन विभाग की एक टीम नीलगायों का शिकार करने के लिए आई थी। क्षेत्र में नीलगायों की संख्या अधिक होने के कारण वे स्थानीय किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे थे। किसानों की शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने वन विभाग को नीलगायों को मारने का आदेश दिया था।
इसी दौरान, जब वन विभाग के रेंजर नीलगाय का शिकार कर रहे थे, महिला अचानक गोली के रास्ते में आ गई और उसे गोली लग गई। गोली लगने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई और चीख-पुकार मच गई। घटना के बाद, वन विभाग के अधिकारियों ने महिला को परिजनों के साथ जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने महिला की स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे पटना रेफर कर दिया।
वन विभाग के अधिकारियों ने घटना से इनकार किया
हालांकि, वन विभाग के अधिकारियों ने इस घटना से इनकार किया है। उनका कहना है कि महिला को गोली किसी अन्य व्यक्ति द्वारा मारी गई है, न कि वन विभाग के रेंजरों द्वारा। एक वन विभाग के कर्मचारी ने कहा, “हम लोग तो नीलगाय का शिकार कर रहे थे। इसी बीच, पब्लिक के द्वारा गोली चलाई गई, जो महिला को लगी।”
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और गोलियों के खाली खोखे बरामद किए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गोली किसकी तरफ से चली थी।
मामले की गंभीरता
यह घटना वन विभाग की लापरवाही को उजागर करती है, जो न केवल वन्यजीवों के शिकार को लेकर अधिक सतर्कता की आवश्यकता बताती है, बल्कि सुरक्षा उपायों की कमी को भी दर्शाती है। घटना ने स्थानीय निवासियों और पीड़िता के परिजनों में चिंता पैदा कर दी है।