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BJP के वयोवृद्ध नेता सुभाष पटेल का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

76 वर्ष के सुभाष पटेल लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। अपनी उदारता और सदगी के लिए जाने जानेवाले सुभाष पटेल 1995 में बरेली के नगर प्रमुख भी रह चुके है।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर और बरेली जिले के भोजीपुरा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक कुंवर सुभाष पटेल का सोमवार को निधन हो गया। 76 वर्ष के सुभाष पटेल लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। अपनी उदारता और सदगी के लिए जाने जानेवाले सुभाष पटेल 1995 में बरेली के नगर प्रमुख भी रह चुके है।

पुत्रवधू ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

उनकी पुत्रवधू और बरेली जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने सोमवार की सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट कर इस संबंध में जानकारी दी। उनके निधन का समाचार सुभाष पटेल के समर्थकों के साथ साझा करते हुए उन्होंने लिखा हमारे पिता कुंवर सुभाष पटेल जी का स्वर्गवास आज सुबह 5 बजे हो गया। उनकी अंत्येष्टि आज अपराह्न 3 बजे सिटी श्मशान भूमि में की जाएगी।

विभिन्न नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

सुभाष पटेल के निधन की खबर सुनते ही पूरे बरेली जिले में शोक की लहर है। पक्ष और विपक्ष के नेता और कुंवर सुभाष पटेल के समर्थक उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर पहुंच रहे है।। बरेली कैंट के विधायक संजीव अग्रवाल, वन राज्य मंत्री अरुण कुमार, वरिष्ठ भाजपा नेता और पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना कातिब उर्फ मम्मा, पूर्व उपसभापति अतुल कपूर, समाजवादी पार्टी के नेता और मैक्स लाइफ सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एवं फहमी आईवीएफ सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अनीस बेग सहित कई लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

सुभाष पटेल के सुपुत्र भी सक्रिय राजनीति में

कुँवर सुभाष पटेल के पुत्र प्रशांत पटेल भी राजनीति में सक्रिय है और अपने पिता के आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं। बीजेपी नेता औऱ पार्षद सतीश कातिब मम्मा ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा है कि हम सबके मार्गदर्शक परम आदरणीय श्रीकुंवर सुभाष पटेल जी पूर्व महापौर, पूर्व विधायक जी के आकस्मिक निधन पर हम उनको अश्रु पूर्ण श्रद्धांजलि देते हैं और प्रभु से प्रार्थना करती है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और दुखित परिवार को यह असहनीय दुख सहने की क्षमता प्रदान करें। ओम शांति शांति शांति।’


राम मंदिर आंदोलन में निभाई थी अहम भूमिका

सुभाष पटेल ने राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। एक बार जब वह अयोध्या कार सेवा के लिए जा रहे थे तो उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस भीषण हादसे में उनकी जान बच गई थी। तब उन्होंने दृढ़ निश्यच किया था कि जब अयोध्या में राम मंदिर बनेगा तभी वह अपने पैतृक मंदिर में श्रीराम की मूर्ति स्थापित करवाएंगे। संयोग से इसी वर्ष उनका राम मंदिर का सपना पूरा हो गया और अयोध्या में एक भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया।

सुभाष पटेल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत प्रधान के रूप में की थी। इसके बाद वे बरेली के बीजेपी जिलाध्यक्ष और महापौर भी बनें। 1995 में वह बरेली के नगर प्रमुख बने। उस दौर में महापौर की बजाए नगर प्रमुख का पद होता था। वे भोजीपुरा विधायसभा से विधायक भी रहे। वर्तमान में उनकी बहु रश्मि पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष है।

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