रांची / जमशेदपुर : झारखंड में राज्य कर विभाग ने जीएसटी बकाएदारों पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। राज्य में दो हजार से अधिक व्यापारियों की पहचान की गई है, जिन पर एक हजार रुपये से लेकर 70-80 लाख रुपये तक का बकाया है। इन सभी बकायेदारों को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें मार्च तक बकाया राशि जमा करने का निर्देश दिया गया है। यदि निर्धारित समय तक भुगतान नहीं किया जाता, तो विभाग कार्रवाई करेगा।
बड़े व्यापारियों को भेजे गए नोटिस
सूत्रों के अनुसार, धनबाद समेत राज्य के अन्य जिलों में व्यापारियों को नोटिस भेजे गए हैं। इनमें व्यापारियों में कई बड़े नाम भी शामिल हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, व्यापारियों के पास दो विकल्प हैं – या तो वे बकाया जीएसटी का भुगतान करें या फिर अपील करें। अगर भुगतान नहीं किया जाता, तो विभाग सख्त कदम उठाएगा।
राजस्व वृद्धि के लिए सख्त कदम
राज्य कर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कदम सरकार के राजस्व को बढ़ाने और कर चोरी को रोकने के लिए उठाया गया है। नोटिस में बकाया राशि का स्पष्ट उल्लेख किया गया है और व्यापारियों को जल्द से जल्द इसे चुकाने की सलाह दी गई है। अधिकारियों ने व्यापारियों से अपील की है कि वे समय सीमा के भीतर बकाया राशि का भुगतान कर कानूनी कार्रवाई से बचें।
बड़े कारोबारी प्रतिष्ठान भी लिस्ट में शामिल
संचालित विभाग का कहना है कि जीएसटी बकाया चुकाने वालों में कई बड़े व्यापारी और कारोबारी प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। विभाग लगातार इन व्यापारियों पर नजर बनाए हुए है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि वे समय पर अपनी बकाया राशि का भुगतान करें।