सेंट्रल डेस्क: ओटीटी पर वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन’ की काफी चर्चा रही है। इस वेब सीरीज में अभिनेता मनोज वाजपेयी के अलावा जिस कलाकार की चर्चा हो रही है वह हैं शारिब हाशमी। पहले शायद कम लोग इन्हें जानते होंगे लेकिन इस वेब सीरीज के बाद इनकी पॉपुलरिटी एकाएक बढ़ गई है। लोग इनके अभिनय की चर्चा करने लगे हैं। जाहिर है कि यह जानने की उत्सुकता भी है कि शारिब हाशमी का बालीवुड व पत्रकारिता की दुनिया से नाता रहा है। शारिब हाशमी ने ड्रामा सीरीज में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर ओटीटी पुरस्कार सहित कई पुरस्कार जीते है।
अभिनेता ने याद किए बचपन के किस्से
‘फैमिली मैन’ के अभिनेता Sharib Hashmi ने अपने बचपन का किस्सा याद करते हुए बताया कि कैसे फिल्म मृगया (1976) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले सुपरस्टार ने अपने पिता से कहा था कि उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं, इसलिए उनके पिता (शारिब के पिता) ने दोपहर के भोजन के लिए भुगतान किया।
लोकप्रिय अभिनेता शारिब हाशमी हाल ही में फिल्म संगी (2025) में दिखे थे। ‘द फैमिली मैन’ सीरीज में जेके तलपड़े का किरदार निभाकर पहचान पाने वाले हाशमी के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है कि जानते हैं कि वे एक फिल्म पत्रकार के बेटे हैं। स्वर्गीय जेडए जौहर अपने समय के जाने-माने पत्रकार थे। हाशमी ने अक्सर इस बारे में बात की है कि कैसे अभिनेता बनने का उनका सपना छोटी उम्र से फिल्मों और फिल्म सितारों के लिए एक्सपोजर से प्रभावित था।
सोशल मीडिया पर साझा की पुरानी तस्वीर
हाल ही में, उन्होंने अपने पिता की एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें वह उन्हें सुपरस्टार शत्रुघ्न सिन्हा से मिलने के लिए आंधियां नामक फिल्म के मुहूर्त पर ले गए थे। सिन्हा उन कई सितारों में से थे, जिन्हें हाशमी ने करीब से देखा था। चर्चा है कि दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती कभी जेडए जौहर और उनके परिवार के करीबी थे, दिवंगत पत्रकार ने चक्रवर्ती को उनके संघर्ष के दिनों में भी मदद की थी।
बॉलीवुड से परे हाल ही में हाशमी ने अपनी फिल्म के म्यूजिक रिलीज से पहले बात की। इस चैट के दौरान हमने उनसे चक्रवर्ती के साथ उनके पिता के समीकरण के बारे में पूछा। मिलनसार हाशमी ने एक दिलचस्प किस्सा साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि “निजी तौर पर मिथुन जी के साथ मेरी बहुत यादें नहीं हैं, लेकिन मेरे पिता की बहुत कुछ यादें हैं।
मिथुन ने किया था वादा- फिल्म बनाएंगे तो फ्री में काम करेंगे
1976 में आई मृणाल सेन की मृगया के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने के बाद हाशमी के पिता मिथुन दा का साक्षात्कार लेने गए थे। तब मिथुन दा ने पिता से कहा कि उसके पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं और आप साक्षात्कार की बात कर रहे हैं। पिताजी ने उन्हें पास के एक रेस्तरां में खाना खिलाया और फिर इंटरव्यू लिया। मिथुन दा ने मेरे पिता से वादा किया था कि अगर आप कभी फिल्म बनाएंगे तो वह फ्री में काम करेंगे। अफसोस की बात है कि मेरे पिता का वह सपना कभी पूरा नहीं हुआ।
मिथुन चक्रवर्ती के बारे में साझा करने के लिए बहुत कुछ नहीं था, लेकिन हाशमी ने खुशी से उस समय को याद किया, जब राज बब्बर, गोविंदा और दिव्या भारती जैसे सितारे उनके घर आते थे, जिससे उन्हें एहसास हुआ कि उनके पिता वास्तव में कितने सम्मानित थे। ऐसे ही एक अभिनेता हैं अनुपम खेर, जिनके साथ उन्हें शिव शास्त्री बाल्बोआ (2022) में काम करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा, “जब मैंने अनुपम सर को अपने पिता के बारे में बताया, वह इसके बारे में और अधिक जानने के लिए उत्सुक हो गए। जब कोई सेट पर जाता था, तो वह अक्सर मुझे जेडए जौहर के बेटे के रूप में पेश करते थे।
जेडए जौहर का बेटा होने पर गर्व- हाशमी
उन्होंने याद किया कि कैसे वह 25-26 साल पहले मेरे घर आए थे और यहां तक कि रेसिडेंशियल एड्रेस को भी याद किया। वह मेरे पिताजी से प्यार करते थे और पिताजी भी उन्हें पसंद करते थे। जब मैं अपने पिता के साथ कुछ पार्टियों में जाता था, तो इन अभिनेताओं ने मेरे पिता के प्रति बहुत सम्मान दिखाया। मैं उस अनुभव से अभिभूत हूं और जेडए जौहर का बेटा होने पर हमेशा गर्व करता हूं।