हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। मरीज तड़प रहे हैं लेकिन उन्हें 108 एंबुलेंस का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शुक्रवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो गंभीर मरीजों को 108 एंबुलेंस नहीं मिल सकी और उनकी जान चली गई। इसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मौके पर भाजपा नेता बिमल बैठा भी पहुंचकर दुख जताया। वहीं, बढ़ते हंगामा को देखते हुए मौके पर साकची पुलिस भी पहुंची और मामले को शांत कराया। मालूम हो कि बीते दिनों राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी एक घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया तो वह मौके पर नहीं पहुंच सकी थी।
मृतक के परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
हंगामा के दौरान मृतक के परिजन आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना था कि अगर मरीज को समय पर एमजीएम से रांची रिम्स ले जाया जाता तो शायद उनकी जान बच जाती। दोनों मृतक के परिजनों ने एमजीएम अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार को लिखित शिकायत किया है। ताकि आरोपी के खिलाफ सख्ती के साथ कार्रवाई की जा सकें।
ह्यूमपाइप की रहने वाली थी खुशबू
सीतारामडेरा स्थित ह्यूमपाइप निवासी खुशबू कुमारी (18) की तबीयत खराब होने पर उन्हें एमजीएम अस्पताल इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। इसके बाद मरीज की स्थिति गंभीर होने पर उसे चिकित्सकों ने गुरुवार की रात में रांची रिम्स रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन लगातार 108 एंबुलेंस को फोन लगाते रहे लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची और शुक्रवार को मरीज की मौत हो गई। अधीक्षक को इसकी लिखित शिकायत की गई है।
पटमदा की रहने वाली थी आरती
पटमदा स्थित लावा निवासी आरती महतो (46) को सांस लेने में परेशानी होने पर एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। मरीज की स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने रांची रिम्स रेफर कर दिया लेकिन उसे भी 108 एंबुलेंस नहीं मिली और मौत हो गई। इसके बाद उसके परिजनों ने भी हंगामा करते हुए आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

हंगामा करते मृतक के परिजन
क्या कहते हैं एमजीएम अधीक्षक
108 एंबुलेंस के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही है। इसकी शिकायत रांची स्वास्थ्य विभाग से की गई है। ताकि इसका समाधान निकल सकें। उम्मीद है कि जल्द ही कोई रास्ता निकलेगा।