नई दिल्ली : दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया है। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। इससे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी महिला कोटे से मुख्यमंत्री पद पर काबिज हो चुकी हैं। रेखा की नियुक्ति के साथ भाजपा ने दिल्ली की सत्ता पर एक नई दिशा तय की है, और इस नियुक्ति को लेकर कई दिलचस्प संयोग भी बने हैं, जिनमें दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और रेखा गुप्ता के बीच कुछ समानताएं हैं, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
रेखा गुप्ता और अरविंद केजरीवाल में समानताएं
रेखा गुप्ता और अरविंद केजरीवाल दोनों ही हरियाणा से ताल्लुक रखते हैं, और दोनों का जन्म हरियाणा में हुआ था। रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले में हुआ था, जबकि अरविंद केजरीवाल का जन्म हरियाणा के हिसार जिले में हुआ है। हालांकि दोनों के बीच कई अंतर हैं, लेकिन इस संयोग को देखकर यह कहा जा सकता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की ओर उनका रुख एक समान रास्ते से हुआ है।
इसके अलावा, रेखा गुप्ता और अरविंद केजरीवाल दोनों ही वैश्य समुदाय से आते हैं। अरविंद केजरीवाल खुद को मंचों से ‘बनिया का बेटा’ कहकर संबोधित करते रहे हैं, और रेखा गुप्ता को दिल्ली में मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने ‘बनिया की बेटी’ को नेतृत्व की जिम्मेदारी दी है। इस तरह, दोनों ही नेता अपने-अपने समुदायों के लिए प्रतीक बनकर उभरे हैं।
रेखा गुप्ता और आतिशी में समानता
दिल्ली की राजनीति में रेखा गुप्ता का नाम ऐसे समय पर सामने आया है जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी भी एक महत्वपूर्ण चेहरा बनीं। दिलचस्प बात यह है कि रेखा गुप्ता और आतिशी दोनों में एक समानता यह है कि दोनों ही पहली बार विधायक बनने के बाद मुख्यमंत्री के पद तक पहुंची हैं। जबकि आतिशी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का मौका आम आदमी पार्टी के तहत मिला, वहीं रेखा गुप्ता को भाजपा ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी है।
आतिशी ने भी पहले बार विधायक बनने के बाद मुख्यमंत्री बनने की यात्रा शुरू की थी, ठीक वैसे ही जैसे रेखा गुप्ता ने अपनी पहली विधानसभा सीट से जीतकर मुख्यमंत्री का पद हासिल किया। यह दोनों ही महिला नेताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संयोग है, जो उनकी कड़ी मेहनत और पार्टी के लिए योगदान का प्रतीक है।
रेखा गुप्ता की मुख्यमंत्री बनने की यात्रा
रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले में हुआ था, और बाद में दिल्ली में उनका परिवार शिफ्ट हो गया। रेखा के पिता सरकारी नौकरी में थे, और उनके ट्रांसफर के कारण परिवार दिल्ली में बस गया। रेखा ने अपनी शिक्षा दिल्ली से ही प्राप्त की और यहीं से उन्होंने राजनीति में कदम रखा।
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