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झारखंड में पारा शिक्षकों के मानदेय में 4% की बढ़ोतरी, जानिए नए आंकड़े

by The Photon News
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झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए नये साल की शुरुआत एक खास तोहफा लेकर आई है। राज्य सरकार ने जनवरी 2025 से 59,000 पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापक) के लिए मानदेय में 4 फीसदी की वृद्धि का ऐलान किया है। स्कूली शिक्षा विभाग ने अगले तीन सालों यानी 2027 तक पारा शिक्षकों के बढ़े हुए मानदेय की योजना बनाई है, जिससे शिक्षकों को वित्तीय राहत मिलेगी।

नए मानदेय के मुताबिक कितना मिलेगा?

पारा शिक्षकों के लिए बढ़ी हुई राशि को लेकर विस्तृत जानकारी सामने आई है। 6वीं से 8वीं कक्षा तक पढ़ाने वाले TET (Teacher Eligibility Test) पास पारा शिक्षकों को अब 25,200 रुपये का मानदेय मिलेगा, जबकि 1वीं से 5वीं तक पढ़ाने वाले TET पास शिक्षकों को 23,530 रुपये की राशि प्राप्त होगी।

इसके अलावा, केवल प्रशिक्षित शिक्षकों को जो 6वीं से 8वीं कक्षा तक पढ़ाते हैं, 20,384 रुपये मिलेंगे, जबकि 6वीं से 8वीं तक के आकलन परीक्षा पास पारा शिक्षकों को 21,788 रुपये का मानदेय मिलेगा।

प्रशिक्षित और आकलन पास शिक्षकों के लिए मानदेय


वहीं, कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 18,816 रुपये का मानदेय मिलेगा, जबकि आकलन परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को 20,112 रुपये मिलेंगे। यह बढ़ोतरी आकलन परीक्षा के परिणाम के आधार पर 29 सितंबर 2023 को लागू की गई है।

मानदेय में बढ़ोतरी से पारा शिक्षकों को राहत

इस वृद्धि से पहले कक्षा 6 से 8 तक पढ़ाने वाले TET पास पारा शिक्षकों को 24,300 रुपये और 1 से 5वीं कक्षा के TET पास शिक्षकों को 22,680 रुपये मिलते थे। इसके अलावा, केवल प्रशिक्षित शिक्षकों को 19,656 रुपये और आकलन पास शिक्षकों को 21,008 रुपये मिलते थे।

कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 18,144 रुपये का मानदेय मिलता था, और आकलन पास करने वाले शिक्षकों को 19,392 रुपये मिलते थे। अब यह वृद्धि निश्चित रूप से पारा शिक्षकों की कार्यक्षमता और उनकी जीवनशैली पर सकारात्मक असर डालेगी।

स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने की दिशा में कदम

झारखंड सरकार की इस पहल से शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पारा शिक्षकों को बेहतर मानदेय मिलने से शिक्षकों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है। इस वृद्धि से न केवल पारा शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि यह बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में भी सुधार लाने में मदद करेगा।

इस योजना के तहत पारा शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि वे राज्य के शिक्षा क्षेत्र में अहम योगदान दे रहे हैं। इस बढ़े हुए मानदेय से पारा शिक्षकों का जीवन स्तर बेहतर होगा और उन्हें अपने काम के लिए अधिक सम्मान मिलेगा।

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