सेंट्रल डेस्क : समाचार पोर्टल “News Click” से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के यहां पुलिस की स्पेशल सेल ने विदेशी फंडिंग की जांच के सिलसिले में छापेमारी की। न्यूज क्लिक पर लगे आरोपों के कारण समाचार पोर्टल न्यूज क्लिक के कार्यालय को सील कर दिया है। छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए। दिल्ली पुलिस की तलाशी प्रवर्तन निदेशालय () द्वारा साझा किए गए इनपुट पर आधारित है, जो संदिग्धों द्वारा गैरकानूनी गतिविधियों का संकेत देता है। न्यूज़ क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर दिल्ली पुलिस की चल रही छापेमारी 17 अगस्त को यूएपीए और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत दर्ज मामले पर आधारित है। यूएपीए, आईपीसी की धारा 153ए (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
ईडी की जांच में तीन साल की छोटी अवधि के दौरान 38.05 करोड़ रुपये की विदेशी फंड की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ था। ईडी द्वारा साक्ष्यों की जांच से एफडीआई के माध्यम से 9.59 करोड़ रुपये और सेवाओं के निर्यात के माध्यम से 28.46 करोड़ रुपये के संदिग्ध विदेशी आवक प्रेषण का पता चला। प्राप्त धनराशि को गौतम नवलखा और तीस्ता सीतलवाड के सहयोगियों सहित कई विवादास्पद पत्रकारों को वितरित किया गया था।
ईडी ने दिल्ली पुलिस के साथ चीन लिंक के बारे में विवरण भी साझा किया गया। इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने न्यूज पोर्टल के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि न्यूज़क्लिक ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) का उल्लंघन करके विदेशी फंडिंग प्राप्त की है।
केंद्रीय मंत्री ने संसद में उठाया था मामला
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि कांग्रेस, चीन और विवादित न्यूज वेबसाइट न्यूज क्लिक एक ही गर्भनाल से जुड़े हैं। राहुल गांधी की नकली मोहब्बत की दुकान में पड़ोसी सामान साफ देखा जा सकता है। चीन के प्रति उनका प्रेम नजर आ रहा है, वे भारत विरोधी अभियान चला रहे हैं।
38 करोड़ रुपए फंडिंग का आरोप
प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि न्यूज क्लिक को चीन से कथित संबंध वाली संस्थाओं से लगभग 38 करोड़ रुपये मिले। इस पैसे का इस्तेमाल कथित तौर पर आठ पत्रकारों के वेतन के लिए किया गया था। कुल मिलाकर न्यूज क्लिक से जुड़े 10 पत्रकारों के यहां मंगलवार सुबह छापेमारी की गई। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, परंजॉय गुहा ठाकुरता के अलावा मुंबई में एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ शामिल थीं।
इस दौरान कुल 37 लोगों से पूछताछ की गई। 9 महिलाओं से उनके रहने के स्थानों पर पूछताछ की गई है। डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों आदि को जांच के लिए जब्त किया गया है। कार्रवाई अभी भी जारी है।
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एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने की आलोचना
पत्रकारों के गैर-लाभकारी संगठन, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने केंद्र से उचित प्रक्रिया का पालन करने और कठोर आपराधिक कानूनों को प्रेस को डराने-धमकाने का उपकरण नहीं बनाने का आग्रह किया।
इस साल अगस्त में अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने आरोप लगाया कि भारतीय समाचार पोर्टल न्यूज क्लिक चीनी प्रचार को बढ़ावा दे रहा है, और इसमें अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम से जुड़े नेटवर्क द्वारा फंडेड संगठनों में से एक है।
भारत की एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहले भी कंपनी के धन के स्रोतों की जांच करते हुए उसके परिसरों पर छापेमारी की थी।
ED ने फरवरी 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में न्यूज क्लिक के परिसरों और उसके संपादकों के आवासों पर छापेमारी की और तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था। कथित विदेशी फंडिंग से जुड़ा इसका मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है।।