पॉलिटिकल डेस्क, नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी की नेता स्वाति मालीवाल ने (Swati Maliwal MP) बुधवार को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। जानकारी के मुताबिक, जब स्वाति ने पहली बार शपथ ली तो उन्होंने नामांकित राज्यसभा सदस्यों के लिए शपथ का संस्करण पढ़ा था, जो गलत था। वहीं, दूसरी बार शपथ लेने की वजह नारेबाजी रही। सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें दोबारा शपथ लेने के लिए बुलाया।
राज्यसभा में तीन नए सदस्यों ने ली थी शपथ
सतनाम सिंह संधू, नारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ग्रहण किया। हालांकि, ‘आप’ नेता और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं स्वाति मालीवाल ने राज्यसभा में कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी वजह से उन्हें दोबारा शपथ लेनी पड़ी। दरअसल, पहली शपथ उन्होंने गलत पढ़ी। वहीं, शपथ के तुरंत बाद स्वाति मालीवाल ने इंकलाब जिंदाबाद बोल दिया और ये शब्द शपथ में नहीं था।
स्वाति मालीवाल चुनी गईं निर्विरोध (Swati Maliwal MP)
सतनाम सिंह संधू जहां मनोनीत सदस्य हैं, वहीं नारायण दास गुप्ता और स्वाति मालीवाल दिल्ली से निर्विरोध चुने गए। गुप्ता को आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्यसभा सदस्य के रूप में फिर से नामित किया है, जबकि मालीवाल को पार्टी ने सुशील गुप्ता के स्थान पर नामित किया है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के संस्थापक-कुलाधिपति संधू को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया।
संसद में लगाए इंकलाब जिंदाबाद के नारे
स्वाति मालीवाल को सभापति जगदीप धनखड़ ने शपथ दिलाई। उनकी पहली शपथ पर सभापति ने विचार नहीं किया और दोबारा उनका नाम पुकारा। दरअसल, उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो शपथ का हिस्सा नहीं था। पहला ये कि मालीवाल ने शुरू में गलत शपथ पढ़ी थी। वो शपथ नामांकित सदस्यों के लिए थी, जबकि स्वाति मालीवाल निर्वाचित सदस्य हैं। दूसरी वजह अनावश्यक नारेबाजी रही। स्वाति मालीवाल ने पहली शपथ के तुरंत बाद इंकलाब जिंदाबाद बोल दिया और ये शब्द शपथ का हिस्सा नहीं था।
स्वाति मालीवाल ने क्या कहा?
सांसद पद की शपथ से पहले मालीवाल ने कहा था कि औपचारिक रूप से जिस क्षण वह औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगी, वह उनके जीवन का बेहतरीन और महत्वपूर्ण अवसर होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बेहद उत्साहित हूं। पहली बार सांसद होने के नाते मुझ पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझे लगता है कि मैं हमेशा एक कार्यकर्ता रही हूं और आगे भी रहूंगी। मैं जमीनी स्तर के मुद्दे उठाऊंगी और मैं इसका इंतजार कर रही हूं।’’
मीडिया को बताया- मेरे लिए यह बहुत बड़ा दिन
स्वाति मालीवाल राज्यसभा में शपथ लेने से पहले कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने पहुंची थीं। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मेरे लिए यह बहुत बड़ा दिन है। मेरा भगवान से अलग रिश्ता है। मैं कर्म में बहुत विश्वास करती हूं। आज मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मुझे शक्ति दें, ताकि संसद और संसद के बाहर देश के जरूरतमंद लोगों की बुलंद आवाज बनूं।
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