सेंट्रल डेस्क/Rudram-II Missile: भारत ने ओडिशा तट से भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 लड़ाकू विमान से हवा से सतह पर मार करने वाली रुद्रम मिसाइल का बुधवार को सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रुद्रम-II मिसाइल के उड़ान परीक्षण ने सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा कर लिया है। रुद्रम-II स्वदेशी रूप से विकसित ठोस प्रणोदक वायु-प्रक्षेपित मिसाइल प्रणाली है, जो दुश्मन के विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है।
Rudram-II Missile: स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को मिसाइल प्रणाली में किया गया शामिल
विभिन्न डीआरडीओ प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित कई अत्याधुनिक स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को मिसाइल प्रणाली में शामिल किया गया है। मंत्रालय ने कहा की डीआरडीओ ने 29 मई को पूर्वाह्न लगभग साढ़े 11 बजे ओडिशा के तट पर भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 एमके-I प्लेटफॉर्म से हवा से सतह पर मार करने वाली रुद्रम-II मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
Rudram-II Missile: क्या है रूद्रम-2
रुद्रम-2 स्वदेशी रूप से विकसित ठोस प्रणोदक वायु-प्रक्षेपित मिसाइल प्रणाली है, जो दुश्मन के विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है। विभिन्न डीआरडीओ रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित कई अत्याधुनिक स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को मिसाइल प्रणाली में शामिल किया गया है।
Rudram-II Missile: रक्षा मंत्रालय ने रूद्रम-2 का किया परीक्षण
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि रूद्रम-2 मिसाइल के उड़ान परीक्षण ने सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा कर लिया है। भारत ने ओडिशा तह से भारतीय वायुसेना के सुखोई -30 लड़ाकू विमान से हवा से सतह पर मार करनेवाली रुद्रम-2 मिसाइल का बुधवार को सफल परीक्षण किया। बयान में कहा गया की डीआरडीओ ने 29 मई को सुबह साढ़े 11 बजे ओडिशा के तट पर भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमके-1 प्लेटफॉर्म से हवा से सतह पर मार करनेवाली रूद्रम-2 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
वही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ, वायुसेना और उद्योग जगत को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि इस परीक्षण की सफलत से रूद्रम-2 की भूमिका की मजबूती से पुष्टि हुई है। इससे भारतीय सशत्त्र बलों की ताकत कई गुणा बढ़ जाएगी।
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