दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज शाम 4 बजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले है। इससे पूर्व नए सीएम के नाम की घोषणा की जाएगी। इन सबसे पहले फिलहाल विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। जहां सर्वसम्मति से नए मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाएगा।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इससे पहले PAC की मीटिंग में भी सभी सदस्यों से वन-टू-वन नए सीएम के नाम पर चर्चा की गई थी। इसलिए किसी को भी नए सीएम का नाम नहीं पता है। यह एक तरह की वोटिंग थी। नाम को लेकर सवाल पुछने पर सौरभ ने कहा कि विधायक दल की बैठक के बाद ही नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ ने कहा कि “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कुर्सी पर कौन बैठता है, क्यों कि जनादेश अरविंद केजरीवाल के लिए था और जनता ने उन्हें ही अपना CM चुना था। आगे उन्होंने कहा कि जब तक जनता उन्हें दोबारा नहीं कहेगी, तब तक वो कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, लेकिन कुर्सी अगले पांच सालों तक केजरीवाल की ही है।“
इस संदर्भ में चर्चा के लिए केजरीवाल ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मिलने का समय मांगा है। वो शाम 4.30 बजे उपराज्यपाल से मुलाकात कर सकते है। इससे पहले PAC की मीटिंग में अरविंद केजरीवाल, राघव चड्ढा और मनीष सिसोदिया के बीच घंटों मीटिंग चली। जिसमें नए सीएम के नाम पर सभी की राय ली गई।
BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार करते हुए केजरीवाल से सवाल पूछा कि लालू प्रसाद यादव, जयललिता और मायावती भी जीतकर आए थे, फिर केजरीवाल ने इन्हें भ्रष्ट क्यों कहा। एक्स पर अपना मंतव्य देते हुए त्रिवेदी ने लिखा कि केजरीवाल जी कह रहे मेरा फैसला जनता करेगी, कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान। देश की जनता को जानना चाहिए कि यह बचकाना नहीं बल्कि शातिराना तर्क है।
जयललिता जी, मायावती जी, लालू जी से लेकर करुणानिधि जी तक पूर्ण बहुमत से सत्ता में आए थे। फिर केजरीवाल जी क्यों उन्हें भ्रष्टाचारी कह रहे थे। तब कहते थे सारे सांसद चोर है, चुनाव जीतकर आए है।
दिल्ली में नई CM के नाम पर चर्चाओं को विराम लगाते हुए अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम की घोषणा नए सीएम के रुप में कर दी है। दिल्ली सरकार में जल विभाग समेत 13 मंत्रालयों का कार्यभार संभाल रही आतिशी दिल्ली की नई सीएम बन सकती है।
खबरों के अनुसार, केजरीवाल ने स्वंय उनके नाम की घोषणा की है। आतिशी के नाम को विधायक दल का समर्थन भी प्राप्त है। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी। इससे पहले सुषमा स्वराज औऱ शीला दीक्षित दिल्ली की महिला सीएम रह चुकी है। सूत्रों की मानें तो 26 या 27 सितंबर को विधानसभा सत्र बुलाया जा सकता है।
कौन है आतिशी
गौरतलब है कि आतिशी आम आदमी पार्टी के स्थापना के समय से जुड़ी हुई है। इस साल शराब नीति मामले में जब केजरीवाल जेल में थे, तब आतिशी ने ही पार्टी का दारोमदार संभाला था और पार्टी का नया चेहरा बनकर उभरी थी। यही कारण है कि उन्हें पार्टी ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी के काबिल समझा।
2015 से 2018 के दौरान उन्होने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर काम किया। 2019 में पार्टी ने उन्हें पूर्वी दिल्लली की लोकसभा सीट से खड़ा किया, जिसमें वो हार गईं। इसके बाद 2020 में कालकाजी विधानसभा सीट से टिकट दिया गया और वो 11 हजार सीटों के अंतर से जीत गई। शराब नीति घोटाले में जब आप के कई नेता जेल में थे, तब आतिशी ही दिल्ली सरकार का कामकाज देख रही थी और विपक्ष के हमलों का करारा जवाब दे रही थी।
उन्होने कई बार अपनी विश्वसनीयता सिद्ध की है। यहां तक कि मनीष ससोदिया जिस सरकारी आवास में रहते है, वो भी आतिशी के नाम पर ही अलॉटेड है।
आप के सीनियर नेता गोपाल राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आतिशी को विषम परिस्थितियों में मुख्यमंत्री बनाया गया है। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए गोपाल राय ने कहा कि एजेंसियों का दुरुपयोग करके बीजेपी आप पार्टी को खत्म करना चाहती थी। हमारे पास हमारी ईमानदारी की ताकत है। उन्होनें कहा कि हम चाहते है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव नवंबर में कराया जाए। बीजेपी की सरकार से दिल्ली को बचाना आतिशी की पहली प्रमुखता होगी।
गोपाल राय ने यह भी कहा कि शाम 4.30 बजे उपराज्यपाल के समक्ष केजरीवाल इस्तीफा देंगे औऱ नई सरकार बनाने की दावेदारी विधायक मंडल की ओर से पेश किया जाएगा।