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क्यों जोड़ा जा रहा आतिशी को अफजल गुरु से, CM की कुर्सी पर आ सकती है आंच?

what is the connection between Atishi and Afzal guru?

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली : दिल्ली सरकार में मंत्री रहीं आतिशी मार्लेना (सिंह) का नाम दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित हो चुका है। आने वाले दिनों में वे दिल्ली की CM बन जाएंगी। लेकिन इस घोषणा के बाद से ही उनके परिजन और आतंकी अफजल गुरु का मामला तूल पकड़ रहा है। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले को हवा दी और फिर यह मामला गरमाता गया।

कौन हैं आतिशी के परिजन

इस मामले को विस्तार में जानने के लिए हम आतिशी को शुरुआत से जानेंगे। आतिशी के पिता विजय सिंह और माता तृप्ता वाही दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में प्रोफेसर हैं। एक ट्विटर यूजर अनन्या के दावों की मानें तो आतिशी का नाम आतिशी मार्लेना भी उनके माता-पिता के जीवन में सबसे अधिक प्रभाव डालने वाले कार्ल मार्क्स (Karl Marx) और व्लादिमीर लेनिन (Vladimir Lenin) के नाम पर ही रखा गया था।

क्यों है मार्लेना सरनेम, आतिशी ने क्यों हटाया

कहा जा रहा है कि Marx-Lenin को मिलाकर ‘Marlena’ बनाया गया, जो आतिशी का उपनाम है। दावा यह भी किया जा रहा है कि ज्ञइस प्रकार एक कम्युनिस्ट विचारधारा के बीच पली-बढ़ी आतिशी के विचार भी स्वाभाविक तौर पर वामपंथी हैं। जब वो पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ रही थीं, तब उन्होंने मार्लेना सरनेम को हटा दिया था, क्योंकि वो क्रिश्चियन नामों की तरह लगता है, जो कि उनके कैंपेन के लिए सही नहीं था।

भारत विरोधी गिलानी से है गहरे संबंध

बता दें कि आतिशी के परिजन उन प्रतिष्ठित समूह के सदस्य थे, जिन्होने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अफजल गुरु की फांसी को रोकने के लिए राष्ट्रपति के समक्ष याचिका दायर की थी। दरअसल खबरों की मानें तो आतिशी की माता तृप्ता वाही का दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और भारत विरोधी एसएआर गिलानी से बेहतर संबंध हैं। ये वही गिलानी हैं, जिन्हें 2001 के भारतीय संसद पर हुए आतंकी हमले मामले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। इसके बाद भी वे 2016 में भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे।

वामपंथी वेबसाइट के संपादक हैं आतिशी के पिता

आतिशी के पिता प्रोफेसर विजय सिंह भी एक कम्युनिस्ट प्रचार वेबसाइट ‘Revolutionary Democracy’ के संपादक हैं। दावा किया जा रहा है कि यहां वे सोवियत तानाशाह जोसेफ विसारियोनोविच स्टालिन की क्रांतिकारी विचारधारा को बढ़ावा देते हैं। इस वेबसाइट को 20 मिलियन मौतों का जिम्मेदार माना जाता है। हालांकि आतिशी ने अपने परिवार वालों की इन विचारधाराओं के बारे में कभी कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।

BJP से राज्यसभा जाएं स्वाति मालीवाल

स्वाति मालीवाल द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता व्हिप दिलीप पांडे ने कहा कि स्वाति को राज्यसभा आप ने भेजा है औऱ वो स्क्रिप्ट बीजेपी से ले रही है। उन्हें थोड़ी सी भी शर्म है, राज्यसभा सदस्य का पद त्याग कर, बीजेपी की टिकट से राज्यसभा जाएं।

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