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विनेश फोगाटः एसोसिएशन के खिलाफ दंगल, ओलंपिक में हार और अब राजनैतिक जीत

by Reeta Rai Sagar
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कोई यूं ही विनेश फोगाट नहीं बन जाता। मीलों का रास्ता, रास्ते की चुनौतियां और शौक को दरकिनार कर खुद को तपाकर बनाना पड़ता है। आज ओलंपियन विनेश फोगाट की चर्चा हर गली मोहल्ले में हो रही है। हर कोई उनके नाम से वाकिफ हो गया है। आइए जानते है उनकी कहानी, जिसमें विनेश खिलाड़ी से राजनीतिक तक बन गई।

विनेश कहती है, मैं जनता का प्यार औऱ विश्वास बनाए रखूंगी। खिलाड़ी हूं, खेल की बातें करूंगी। जनता को उनसे उम्मीद भी ऐसी ही है। साल 2003 में विनेश की कजिन, पहलवान गीता फोगाट इंटरनेशनल गेम जीतकर आई। हरियाणा में उनका जोरदार स्वागत हुआ। तब गीता फोगाट के ताऊ यानि विनेश के पिता राजपाल ने अपनी बेटी के स्वागत की ऐसी ही तस्वीर बना ली। 8 साल की विनेश ने भी तैयारी शुरु कर दी। अब 21 साल बाद वे नारी शक्ति का चेहरा बन गई है।

जुलाना के दंगल में विनेश का मजबूत दांव

किन्हीं कारणों से वो भले ही ओलंपिक में गोल्ड जीतने से चूक गई, लेकिन हरियाणा में उन्हें कोई नहीं रोक पाया। विधायक बनने जा रही विनेश 6000 से अधिक वोटों से जीत चुकी है। 17 अगस्त को जब वे पेरिस ओलंपिक से वापस लौंटी, तो उनका स्वागत किसी जीते हुए खिलाड़ी से भी बेहतर हुआ। इसके तुरंत बाद ही उन्होंने कुश्ती को अलविदा कहा और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की और जुलाना को अपना दंगल बनाया।

जब रिश्तेदार ने कर दी थी पिता की हत्या

25 अगस्त 1994 को जन्मी विनेश के घर पर सभी के पास मेडल था। घर में कुश्ती चैंपियन थे, तो प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था। विनेश की ट्रेनिंग उनके ताऊजी यानि महावीर फोगाट के सानिध्य में पूरी हुई। उनके बार में बात करते हुए विनेश कहती है, ताऊ (महावीर फोगाट) ने हमें कभी भी पिता की कमी महसूस नहीं होने दी। 2003 में उनके पिता की परिवार के ही एक रिश्तेदार ने गोली मारकर हत्या कर दी, जो मानसिक रूप से बीमार थे। पिता के जाने के कुछ समय बाद मां का भी कैंसर से निधन हो गया। उनके परिवार में उनके अलावा उनकी बहन प्रियंका फोगाट और भाई हरविंदर फोगाट है। प्रियंका भी रेसलर है।

तीन बार ओलिंपिक में खेला लेकिन

13 दिसंबर 2018 को नेशनल लेवल के रेसलर सोमवार राठी से विनेश ने शादी कर ली। 19 साल की उम्र में पहला पदक 2013 में जीता। हांलाकि तीन बार ओलंपिक खेलने के बाद भी वो मेडल नहीं जीत पाई। कॉमनवेल्थ गेम्स में 2 मेडल, वर्ल्ड चैंपियनशिप में 2 कांस्य पदक, एशियन गेम्स में 2 मेडल और एशियन चैंपियनशिप में 8 मेडल जीतने के बाद विनेश 2024 में जादुई तरीके से एक ही दिन में तीन बाउट जीतकर फाइनल में पहुंच गई थी। लेकिन कुछ ग्राम्स वजन ज्यादा होने के कारण डिसक्वालिफाई हो गई।

रेसलिंग फेडरेशन के साथ विवाद

ओलंपिक के पहले भी उन्होंने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के विरोध में आंदोलन छेड़ रखा था। विनेश ने फेडरेशन के चेयरमैन बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाया था कि वे महिला पहलवानों के साथ बदतमीजी करते हैं और उनका यौन शोषण भी करते है। कई बार इसपर कार्रवाई की मांग के बाद भी विनेश की गुहार का कोई असर नहीं हुआ। बाद में विनेश की साथी साक्षी कुश्ती ने छोड़ दी और वक्त के साथ आंदोलन का यह सुर कहीं शोर में कहीं गुम हो गया।

कांग्रेस को ही क्यों चुना

अखाड़े से राजनीतिक अखाड़े में आने को विनेश फोगाट ने मजबूरी बताया। उनका कहना था कि उनके सामने दूसरा रास्ता नहीं था। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी उनके बुरे वक्त में उनके साथ खड़ी रही है। लोगों के बीच में जाकर सेवा करने के लिए भगवान ने मुझे चुना है। अपने काम, कर्म औऱ भावना से राजनीति को बदल दूंगी।

लंबे बालों का शौक

भिवानी के बलाली गांव ने देश को कइयों पहलवान दिए। विनेश खुद कहती है कि उन्हें लंबे बालों का काफी शौक रहा। एक बार कैंप में काफी समय तक घर से दूर रही। इस दौरान उन्होंने बाल बढ़ाए, लेकिन जब घर जाने का समय हुआ, तब उन्हें डर लगा। लेकिन उनके ताऊ महावीर फोगाट ने उनसे पूछा औऱ जब उन्हें विनेश के शौक का पता चला, तो उन्होंने बड़े बाल रखने के लिए हामी भर दी।

महावीर फोगाट कहते हैं, “विनेश के लिए मेरा ओलंपिक का सपना अभी भी अधूरा है।” लेकिन विनेश ने खेल के लिए जो किया, वो बेमिसाल है। उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। खेल से राजनीति में आई विनेश फोगाट से अब जनता की उम्मीदें भी जुड़ गई है। लोग उन्हें उसी गेम स्पिरिट के साथ हरियाणा के जमीनी मुद्दों पर काम करते हुए देखना चाहती है।

करोड़ों की मालकिन

30 वर्षीय विनेश फोगाट ने कम उम्र में ही नाम औऱ प्रसिद्धि दोनों कमा ली है। चुनावी हलफनामे के अनुसार, भारतीय पहलवान की 2023-24 में सलाना आय 13 लाख 85 हजार 152 रुपये थी। विनेश के Axis, ICICI औऱ SBI में अकाउंट है, जिनमें 40 लाख रुपये जमा है। विनेश ने शेयर मार्केट में कुछ भी निवेश नहीं किया है, लेकिन इनके पति सोमवीर राठी ने कुल 6 कंपनियों में 19 लाख 7 हजार रुपये निवेश कर रखे है। दंपत्ति के पास 4 लग्जरी गाड़ियां है और चल संपत्ति के तौर पर 1.10 करोड़ और अचल संपत्ति 1.85 करोड़ की है। कांग्रेस प्रत्याशी पर एक कार लोन है, जो कि 13.61 लाख रुपये है। इनके पास 35 ग्राम सोना और 50 ग्राम चांदी है।

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