- पिता सबके सामने कर देते थे पिटाई, करते थे अपमान
- नाराज होकर माता पिता के साथ बहन की भी कर दी हत्या
- हत्या के बाद घर बंद कर चला गया वॉक पर, लौटने पर शोर मचा पड़ोसियों को बताया किसी ने कर दी हत्या
- पुलिस ने कुछ ही घंटों में मामले का किया खुलासा , आरोपी बेटा को किया गिरफ्तार
- एक्स आर्मी पिता के ही आर्मी नाइफ गले में घोंप सभी की की हत्या
- आरोपी के बयानों में विरोधाभास, और जांच में न मिले थे ताले टूटे और न ही घर से हुआ कुछ चोरी, बना सुराग
नई दिल्ली: दिल्ली में हुए ट्रिपल मर्डर वारदात से अब पर्दा उठ गया है। जिस बेटे ने कॉल कर पुलिस को मर्डर की जानकारी दी थी, उसी बेटे को पुलिस ने आखिरकार धर दबोचा है।
बता दें, बेटे ने कबूला कि वह अपने परिवार से नाराज था और आक्रोश में आकर उसने न सिर्फ अपने माता पिता बल्कि अपनी बड़ी बहन की भी हत्या कर दी। यह हत्या उसने बड़ी बेरहमी और शातिराना तरीके से अपने ही घर में अपने पिता के ही आर्मी नाइफ उनके गले में घोंप कर कर दी। हत्या के बाद रोज की तरह घर बंद कर वॉक पर चल गया, लौटने पर शोर मचा ऐसा प्रदर्शित किया कि जिस दौरान वह बाहर था उसी दौरान किसी ने घर में घुस हत्या को अंजाम दे दिया हो।
हालांकि उसकी यह चालाकी पुलिस के तेज नजरों से बच नहीं सकी। उसके बयानों में लगातार आए विरोधाभास ने उसे पुलिस के घेरे में ले लिया। घर में इतनी बड़ी घटना और न ही ताले टूटे थे और न ही कुछ चोरी हुआ था, इन सबूतों ने पुलिस का ध्यान आरोपी बेटे पर आकृष्ट कर दिया।
पुलिस की सख्ती से हुई पूछताछ और मिले सुरागों के बाद आरोपी 20 वर्षीय अर्जुन ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। मृतकों की पहचान 53 वर्षीय राजेश, 47 वर्षीय कोमल, 23 वर्षीय कविता के रूप में हुई है। पीड़ित मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले थे, लेकिन पिछले कई सालों से परिवार दक्षिण दिल्ली के देवली गांव में रह रहा था। राजेश भारतीय सेना के सेवानिवृत कर्मी थे। बेटी कविता मार्शल आर्ट में ब्लेक बेल्ट थी।ज्वाइंट सीपी संजय कुमार जैन ने बताया कि पुलिस को सुबह 6:53 पर वारदात की सूचना मिली थी। अर्जुन ने ही कॉल कर देवली गांव के पुरानी चौपाल के पास एक घर में अपने माता पिता व बहन की हत्या की वारदात के बारे में बताया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी अंकित चौहान के नेतृत्व कई टीमों का गठन किया गया, जिसमें स्थानीय एस एच ओ और ऑपरेशन सेल की टीम के सदस्य थे। इन टीमों ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही अर्जुन और एस पड़ोस के लोगों से पूछताछ और अर्जुन द्वारा दिए बयान को क्रॉस चेक किया।
पूछताछ के दौरान बयानों में आने लगे विरोधाभास
जब पुलिस ने अर्जुन से पूछताछ शुरू की तो समय के साथ ही उसका हाव भाव बदलने लगा। साथ ही दिए गए बयानों में विरोधाभास भी आने लगे। इधर जांच के दौरान घर में इतनी बड़ी घटना के बाद भी न कोई तोड़ फोड़ और न ही कुछ चोरी का नहीं होना भी पुलिस को संदेह में डाल रहा था। साथ ही पुलिस को अर्जुन के हाथ पर एक ताजा घाव दिखा। पूछे जाने पर उस घाव के बारे में वह संतोष जनक जवाब नहीं दे सका। जिससे पुलिस का संदेह पुख्ता हो गया। सख्ती से पूछने पर तीनों हत्या का अपराध उसने स्वीकार कर लिया।
पढ़ाई में कमजोर होने के कारण किया जाता था अपमान
अर्जुन ने पुलिस को बताया कि वह एक बॉक्सर बनना चाहता था। उसने इसमें मैडल भी जीते है। इसी आधार पर उसका स्पोर्ट्स कोटा से नेहरू कॉलेज में एडमिशन हुआ था। अभी वह बी ए राजनीतिशास्त्र दूसरे वर्ष का छात्र है। पर वह पढ़ाई में शुरू से कमजोर रहा। इसके कारण उसके माता पिता उसपर काफी सख्ती करते, पिता तो आए दिन उसकी पिटाई करते थे। दूसरी ओर उसकी बड़ी बहन पढ़ाई में उससे काफी अच्छी थी। इसके कारण से वह अपनी बहन से नफरत करता था।
रिश्तेदारों के सामने करते थे पिटाई
अर्जुन ने बताया कि उसके माता पिता कभी भी उसकी सराहना नहीं करते। इसके उलट सभी के सामने ताने देना, बात बात पर मारा करते थे। कुछ समय पहले भी उसके पिता ने किसी बात को लेकर रिश्तेदार के सामने उसकी पिटाई की थी। साथ ही धमकी दी थी कि वह अपनी सारी प्रॉपर्टी बेटी के नाम कर देंगे। इसके बाद से ही वह मर्डर की प्लानिंग करने लगा था।
किसी का ध्यान न जाए इसलिए चुना 4 दिसंबर का दिन
अर्जुन ने बताया कि 4 दिसंबर उसके माता पिता की शादी की सालगिरह है। इस दिन सभी बिजी होंगे और वह आराम से यह वारदात अंजाम दे देगा। इसके लिए उसने बुधवार सुबह सबसे पहले अपनी बहन के कमरे में गया और पिता के आर्मी नाइफ उसके गले में घोंप दी, फिर उपर पिता के कमरे में गया। उस समय उसकी मां बाथरूम गई थी। मौका देख अपने सोते हुए पिता के गले में भी चाकू घोंप दी। दी वह नीचे आया और जैसे ही मान बाथरूम से निकली उसका मुंह दबा उसे बहन के कमरे में ले गया और उनके गले में भी चाकू घोंप हत्या कर दी। फिर दिखने के लिए रोज की तरह घर बंद कर वॉक पर निकल गया। पर आज वॉक के बाद रोज की तरह जिम नहीं पहुंचा और लौट आया।
लोगों को दिखाने के लिए चिल्लाया भी, बेहोश भी हुआ
आस पड़ोस के लोगों को गवाह बनाने के लिए मॉर्निंग वॉक से लौटकर अर्जुन जैसे ही घर में घुसा वह जोर से चिल्लाया कि आस पड़ोस के लोग सुने। उनके आने से पहले जमीन पर भी गिर गया ताकि लोगों को लगे कि उसे सदमा लगा है।