सेंट्रल डेस्कः क्रिसमस का त्योहार हर किसी के लिए एक सा नहीं होता, किसी के लिए खुशियों से भरी, तो किसी के लिए मजबूरी से भरी। इंदौर में एक जोमैटो डिलीवरी पार्टनर को अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से सांता क्लॉज की पोशाक उतारने के लिए मजबूर कर दिया। घटना के वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर आक्रोश पैदा कर दिया है।
सांता क्लॉज की पोशाक पर जताया ऐतराज
घटना के वायरल वीडियो में वीडियो रिकॉर्ड करने वाले शख्स को जोमैटो डिलीवरी पार्टनर से उसकी ड्रेस के बारे में पूछते हुए देखा गया। उन्होंने सवाल किया कि केवल उन्होंने ही सांता क्लॉज की पोशाक क्यों पहनी है, जबकि अन्य जोमैटो डिलीवरी पार्टनर सामान्य वर्दी पहने हुए हैं।
दीपावली पर भगवा पहन कर डिलीवरी करो
पूछने पर डिलीवरी पार्टनर ने जवाब दिया कि कंपनी ने वर्दी चुनिंदा लोगों को ही दी है। ऑर्डर तो अधिक हिंदू लोग मंगाते हैं, इतनी संख्या दूसरी है नहीं। कभी भगवा पहन कर दीपावली पर भी जाया करो ना मतलब आपको दिवाली उत्सव के दौरान भगवा पहनना चाहिए और डिलीवरी करनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर हुई खूब आलोचना
वीडियो के अंत में, डिलीवरी पार्टनर को पोशाक उतारने के लिए मजबूर करने वाले पुरुषों को “जय श्री राम” कहते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से यूजर्स ने इसकी जमकर आलोचना की। सोशल मीडिया यूजर्स का एक खेमा कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों पर इस तरह के शासनादेश को लागू करने के लिए कंपनी की आलोचना की। हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जोमैटो ने पार्टनर्स के लिए कॉस्ट्यूम अनिवार्य किया था या यह स्वेच्छा से किया गया निर्णय था।
यूजर्स की प्रतिक्रिया
मुझे हिंदू होने पर गर्व है, लेकिन मुझे समझ नहीं आता कि उन्हें दिवाली के दिन क्या करना चाहिए। भगवान श्रीराम की वेशभूषा धारण करें? तीरंदाजी और धनुष के साथ? भगवान श्रीराम उपहार बांटने वाले घरों में नहीं जाते हैं, वह वहीं रहते हैं, “ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो पर एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की।
एक यूजर ने लिखा कि ‘हिंदू होने पर गर्व है लेकिन मैं इस तरह की गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करता। यह मासूम डिलीवरी पर्सन केवल अपना काम कर रहा था। इसलिए इस आदमी को अपने “काम करने के अधिकार” और “जीने के अधिकार” में बाधा डालने का कोई अधिकार नहीं था। पुलिस से कार्रवाई करने का अनुरोध करें।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में स्कूलों में भी छात्रों को सांता क्लॉज के कपड़े पहनाए जाने पर नोटिस जारी की गई थी। सभी स्कूलों को आदेश दिया गया था कि वो परिजनों को बच्चों को सांता क्लॉज बनाने के लिए फोर्स न करें।