हस्तिनापुर : उत्तर प्रदेश के हस्तिनापुर क्षेत्र में स्थित कैलाश पर्वत मंदिर से एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। बुधवार की रात अज्ञात चोरों ने मंदिर के जंगले को तोड़कर दो अष्टधातु की मूर्तियां चुरा लीं। यह घटना देर रात की है जब मंदिर बंद होने के बाद पुजारी और मंदिर से जुड़े लोग काम समाप्त करके घर चले गए थे। सुबह जब पुजारी ने मंदिर का गेट खोला, तो वह हैरान रह गए, क्योंकि मंदिर में रखी भगवान आदिनाथ और भगवान शांतिनाथ की मूर्तियां गायब थीं।
यह चोरी की घटना अब जैन समाज के लिए एक बड़े आक्रोश का कारण बन गई है। सुबह के समय जब पुजारी ने देखा कि मंदिर के अंदर से मूर्तियां, सिंहासन और दो चांदी के छत्र गायब हैं, तो उसने तुरंत इस सूचना को ट्रस्ट के लोगों तक पहुंचाया। इसके बाद मंदिर के अधिकारियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
मंदिर में चल रहा था 48 दिवसीय विधान पाठ
मंदिर पर वर्तमान में 48 दिवसीय विधान पाठ का आयोजन चल रहा था, और रात में मंदिर बंद किया गया था। पुजारी और अन्य लोग अपनी ड्यूटी समाप्त कर घर चले गए थे। इस समय चोरों ने मंदिर की सुरक्षा को चुनौती देते हुए चोरी की घटना को अंजाम दिया। मंदिर परिसर के जंगले को तोड़कर चोरों ने अष्टधातु की मूर्तियों को चुराया और फरार हो गए।
जैन समाज में रोष, जल्द कार्रवाई की मांग
चोरी की इस घटना ने जैन समाज में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। समाज के लोगों ने इस घटना के खिलाफ विरोध जताया और पुलिस से मांग की कि जल्द से जल्द इस चोरी का खुलासा किया जाए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी अपील की, ताकि चोरों को सजा मिले और ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद मिले।
वहीं, पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। थाना पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और उच्च अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि जल्द ही चोरों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस जांच और समाज का आक्रोश
इस चोरी के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी तथ्यों की जांच शुरू कर दी है। थाना पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में जांच की दिशा को स्पष्ट किया जाएगा। वहीं, जैन समाज के लोग चाहते हैं कि पुलिस अपनी कार्रवाई तेज करे और आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दिलवाए।