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Mango Trraffic Jam : भुइयांडीह की तरफ ट्रकें निकालने को मानगो साइड में हर पांच मिनट में रोका जाता है ट्रैफिक

मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर पर तीन तरफ से हमेशा रहता है आवागमन, एक ही साइड में नजर आते हैं ट्रैफिक के जवान

by Mujtaba Haider Rizvi
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जमशेदपुर : मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर यानि टिमकेन गोलचक्कर पर यातायात व्यवस्था निराली है। यहां एकतरफा ट्रैफिक व्यवस्था लागू है। यहां ट्रैफिक सिपाहियों को निर्देश दिया गया है कि कैसे भी हो भुइयांडीह की तरफ से ट्रकों का आवागमन नहीं रुकना चाहिए। ऐसे में बड़े ब्रिज पर मानगो से गोलचक्कर की तरफ आने वाले ट्र्रैफिक को हर पांच मिनट में रोक दिया जाता है। इसके लिए यहां एक ट्रैफिक सिपाही हमेशा तैनात रहता है। जब मानगो की तरफ से वाहनों की आवाजाही को मंजूरी दी जाती है तब किसी भी तरफ ट्रैफिक को नहीं रोका जाता। हर तरफ से वाहन किसी भी तरफ जा सकते हैं और जब ट्रैफिक रोका जाता है तो मानगो की तरफ से आने वाले वाहन को रोक दिया जाता है तब भी बाकी तीन साइड से वाहनों का आवागमन जारी रहता है।

बुधवार को भी साढ़े 11 बजे मानगो में भयंकर जाम लगा रहा। फ्लाईओवर के काम के चलते मानगो की तरफ से साकची जाने वालों को छोटा ब्रिज की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा था। बड़े ब्रिज पर भयंकर जाम की स्थिति थी। डिमना रोड के रहने वाले राजेश शर्मा बताते हैं कि वह बड़े ब्रिज पर पहुंचे तो तकरीबन 15 मिनट तक यूं ही जाम में खड़ा रहना पड़ा। फिर वाहन चलने लगे। वह अपनी बाइक से थोड़ी दूर चले होंगे कि फिर सभी वाहन जाम हो गए। लगा कि जाम लगा हुआ है। इस तरह, चार-पांच बार आठ-दस मीटर ही चलने को मिलता रहा। कई बार के बाद वह मानगो गोलचक्कर पर पहुंचे। ऐसा करते उन्हें आधा घंटा लग गया।

विधायक की पहल भी नहीं हुई कारगर

विधायक सरयू राय की पहल भी कारगर नहीं हुई। विधायक ने मानगो को जाम मुक्त करने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने मानगो चौक और मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर का जायजा लिया था। उन्होंने यही बात कही थी कि टिमकेन की तरफ से आने वाले ट्रकों को निकालने के चक्कर में मानगो की तरफ से आने वालों को रोक दिया जाता है। इसलिए, मानगो ब्रिज पर जाम लगता है। इसके बाद तीन-चार दिनों तक यहां जाम नहीं लगा था। इस समस्या के स्थायी हल के लिए प्रशासनिक मीटिंग भी हुई। मगर, कहते हैं ना की रात गई बात गई। वैसे ही कई दिन गुजरने के साथ ही अब मानगो जाम की तरफ किसी का ध्यान नहीं रहा। समस्या जस की तस बनी हुई है।

बसों के लिए है विशेष प्रावधान

बसों के लिए यहां विशेष प्रावधान है। मानगो बस स्टैंड गोलचक्कर पर अगर, बसें बीच में आ गईं तो उन पर कोई रोक नहीं रहती। अगर कोई बस मानगो की तरफ से ब्रिज पर आ रही है और उसी समय वाहनों को रोक दिया गया है तो भी बस को हाथ का इशारा कर आगे बढ़ा दिया जाता है। यही नहीं, सवारी लेने के लिए अक्सर बस स्टैंड गोलचक्कर के पास ही बसें खड़ी कर दी जाती हैं। यह बसें ब्रिज पर भी देर तक खड़ी होकर सवारी बैठाती हैं। जब भी पूर्वी सिंहभूम के कोई डीसी चार्ज लेते हैं तो सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग में पहली बार यह मुद्दा उठता है। डीसी निर्देश देते हैं कि गोलचक्कर के बाहर या ब्रिज पर बस खड़ी कर सवारी नहीं भरने दी जाएगी। बाकायदा निर्देश जारी होता है मगर, इस निर्देश का कोई असर नहीं होता और बस मालिकों का काम लगातार चल रहा है।

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