सेंट्रल डेस्क : उत्तर कोरिया के धुर विरोधी देश दक्षिण कोरिया में वायुसेना द्वारा की गई एक बड़ी चूक के कारण कई लोग घायल हो गए हैं। वायुसेना के एक प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान, एक फाइटर जेट (KF-16) से गलती से आठ बम गिर गए। इस दुर्घटना में 15 लोग घायल हो गए हैं। वायुसेना ने इस हादसे की पुष्टि की है और बयान जारी करते हुए कहा है कि उन्हें इस घटना पर गहरा अफसोस है और प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना जताई है। मगर, यह घटना बेहद निंदनीय है।
इस मामले की जांच होनी चाहिए कि वायू सेना से इतनी बड़ी घातक गलती कैसे हुई। युद्ध के नियमों में भी है कि दुश्मन देश के नागरिक ठिकानों पर जानबूझ कर बमबारी करना युद्ध अपराध माना जाता है। कोई भी देश अपने दुश्मन देश के सैनिक ठिकानों पर ही बमबारी करता है। मगर, अक्सर कई देश इस नियम का खुलेआम उल्लंघन करते नजर आते हैं। मगर, ऐसा करने वालों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट बनी हुई है। हाल ही में इस कोर्ट ने नागरिक ठिकानों पर बमबारी का दोषी पाते हुए इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू को युद्ध अपराधी घोषित किया है।
दक्षिण कोरिया में यह घटना तब हुई जब KF-16 लड़ाकू विमान से आठ एमके-82 बम गलती से गिर गए। वायुसेना के अनुसार, ये बम निर्धारित फायरिंग रेंज से बाहर जा गिरे। गनीमत रही कि इस घटना में केवल कुछ नागरिक घायल हुए हैं और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। वायुसेना ने इस घटना को एक मानवीय या तकनीकी गलती बताया और इसकी जांच शुरू कर दी है।
वायुसेना के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा, “हम इस घटना पर गहरा अफसोस जताते हैं और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। घायलों की संख्या और नुकसान का आकलन अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कई लोग घायल हुए हैं।”