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संभल सहित यूपी में सड़क और छतों पर नमाज पर पाबंदी, प्रशासन ने बताई वजह

संभल के सदर कोतवाली में एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ASP श्रीश चंद्र और SDM डॉ. वंदना मिश्रा ने इस आदेश को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए।

by Anurag Ranjan
संभल सहित यूपी में सड़क और छतों पर नमाज पर पाबंदी, प्रशासन ने बताई वजह
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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों, खासकर संभल, लखनऊ और अलीगढ़ में सड़क और छतों पर नमाज अदा करने पर पाबंदी लगा दी गई है। यह निर्णय प्रशासन और पुलिस द्वारा लिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। इस आदेश के बाद, सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, लेकिन अब ASP संभल श्रीश चंद्र ने इस कदम के पीछे की असल वजह को स्पष्ट किया है।

नमाज पर पाबंदी का कारण

ASP श्रीश चंद्र ने बताया कि सड़क और छतों पर नमाज पर पाबंदी इसलिए लगाई गई है, ताकि कोई दुर्घटना ना हो। उनका कहना था कि जब भी बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं, तो भीड़ का प्रबंधन कठिन हो जाता है, और इससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। खासकर छतों पर जब लोग नमाज अदा करने के लिए एकत्र होते हैं, तो वहां सुरक्षा के मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं। इसी कारण से यह निर्णय लिया गया है कि लोग छतों पर नमाज नहीं पढ़ेंगे। सड़क पर भी नमाज अदा करने पर पाबंदी इसलिए लगाई गई है ताकि ट्रैफिक में कोई रुकावट या हादसा न हो।

शांति समिति की बैठक में हुई चर्चा

संभल के सदर कोतवाली में एक शांति समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ASP श्रीश चंद्र और SDM डॉ. वंदना मिश्रा ने इस आदेश को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मस्जिदों और ईदगाहों में परंपरागत तरीके से नमाज होती आई है, वहां नमाज को बिना किसी रुकावट के संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नमाज के लिए कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन लोग सड़क और छतों पर एकत्र होकर किसी भी प्रकार की दुर्घटना का कारण न बनें।

सपा सांसद का विरोध

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इस आदेश का विरोध करते हुए इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया। उनका कहना था कि लोगों को अपनी धार्मिक गतिविधियां करने का अधिकार है, और प्रशासन को इस प्रकार के प्रतिबंध नहीं लगाने चाहिए। हालांकि, ASP श्रीश चंद्र ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग परंपरागत तरीकों से मस्जिदों में नमाज अदा करेंगे, उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन अनावश्यक रूप से सड़क और छतों पर नमाज अदा करने वालों को रोका जाएगा।

अलीगढ़ में भी पाबंदी

अलीगढ़ में भी प्रशासन ने सड़कों पर नमाज अदा करने पर पाबंदी लगा दी है। यहां की ऐतिहासिक ईदगाह में ही नमाज पढ़ने का निर्णय लिया गया है। अलविदा जुमा और ईद की नमाज के लिए अलीगढ़ प्रशासन ने दो समय निर्धारित किए हैं, सुबह 7 बजे और 7:45 बजे। प्रशासन ने मुस्लिम समाज के नेताओं के साथ बैठक की और सभी से अपील की है कि वे खुले में नमाज न पढ़ें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा या दुर्घटना से बचा जा सके।

सड़क पर पढ़ी नमाज तो रद्द होगा पासपोर्ट

दूसरी और ईद से ठीक पहले मेरठ पुलिस ने सड़कों पर नमाज अदा करने को लेकर कड़ा फरमान जारी किया है। मेरठ पुलिस ने ईद के मौके पर सड़कों पर नमाज अदा करने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

AD मेरठ पुलिस ने आदेश जारी करते हुए यह साफ किया है कि जो भी इन नियमों का उलंघन करेगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने नियम तोड़ने वालों के पासपोर्ट रद्द करने की चेतावनी दी है। मेरठ पुलिस के इस आदेश के बाद केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने पुलिस की जमकर आलोचना की है।

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