नई दिल्ली: महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने रोहिणी और शाहदरा इलाकों में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। 24 से 27 मार्च के बीच शिष्टाचार स्क्वॉड ने कार्रवाई करते हुए कुल 94 लोगों को पकड़ा। इनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया, जबकि कुछ को काउंसलिंग के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
शिष्टाचार स्क्वॉड की नई पहल
दिल्ली पुलिस द्वारा गठित यह विशेष स्क्वॉड उत्तर प्रदेश की एंटी-रोमियो स्क्वॉड की तर्ज पर बनाई गई है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाओं को रोकना और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस स्क्वॉड में पुरुष और महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं, जो विभिन्न इलाकों में गश्त कर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
रोहिणी में 89 लोगों पर कार्रवाई
रोहिणी इलाके में शिष्टाचार स्क्वॉड ने प्रशांत विहार, केएनके मार्ग, अमन विहार और बुद्ध विहार जैसे इलाकों में व्यापक स्तर पर गश्त की। इन इलाकों में 89 लोगों को पकड़ा गया। पुलिस ने इनमें से कुछ को हिरासत में लिया, जबकि अन्य को परामर्श देने के बाद छोड़ दिया गया। स्क्वॉड ने खासतौर पर उन स्थानों पर गश्त की जहां महिलाओं और युवतियों की आवाजाही अधिक रहती है। इनमें प्रशांत विहार का पीवीआर सिनेमा, बुद्ध विहार के स्कूल, केएनके मार्ग का शहीद सुखदेव सिंह कॉलेज और अमन विहार का महाराजा अग्रसेन कॉलेज शामिल हैं। इस दौरान पुलिस ने दो बाइकों को भी जब्त किया।
शाहदरा में भी सख्ती, 5 हिरासत में
शाहदरा में भी पुलिस ने स्कूलों, अस्पतालों, पार्कों और कॉलोनियों में गश्त बढ़ा दी। यहां पर एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर, चार महिला पुलिसकर्मी, पांच पुरुष पुलिसकर्मी और एक एंटी-ऑटो थेफ्ट यूनिट के सदस्य की टीम ने 27 मार्च को विशेष अभियान चलाया। इस दौरान एचडीएफसी चौक और एनएसए कॉलोनी से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया।
महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता
फरवरी में दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में आई बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस प्रकार के स्क्वॉड गठित करने का वादा किया था। यह अभियान उसी वादे को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान किया जा सके।
दिल्ली पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से महिलाओं को राहत मिलने की उम्मीद है और इससे सार्वजनिक स्थलों पर छेड़खानी की घटनाओं में कमी आएगी।