पटना : देशभर में चर्चित NEET UG पेपरलीक कांड के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी राजधानी पटना से की गई, जहां आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस को चकमा दे रहा था। संजीव मुखिया की गिरफ्तारी को पेपरलीक रैकेट के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सफलता माना जा रहा है।
तीन लाख का इनामी आरोपी संजीव मुखिया आखिरकार गिरफ्त में
नीट पेपरलीक प्रकरण में संजीव मुखिया का नाम आने के बाद से ही वह फरार था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लंबे समय से प्रयास कर रही थी, लेकिन किसी तरह की सफलता नहीं मिल पा रही थी। बाद में बिहार पुलिस मुख्यालय ने संजीव मुखिया पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई, STF ने बनाई रणनीति
बिहार एसटीएफ को इनपुट मिला कि संजीव मुखिया पटना में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने विशेष अभियान चलाकर संजीव मुखिया को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पेपरलीक नेटवर्क में कई बड़े खुलासों की संभावना
संजीव मुखिया पर सिर्फ NEET ही नहीं, बल्कि बिहार की कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने का आरोप है। माना जा रहा है कि पूछताछ के दौरान वह कई अन्य सहयोगियों और रैकेट से जुड़े गुप्त तथ्यों का खुलासा कर सकता है।
सरकार और प्रशासन सतर्क, परीक्षा पारदर्शिता की चुनौती
नीट जैसे राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में पेपरलीक की घटनाएं न केवल छात्रों के भविष्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि देश की परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती हैं। इस मामले में संजीव मुखिया की गिरफ्तारी से सरकार और प्रशासन को एक बड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन परीक्षा प्रणाली को सुरक्षित और पारदर्शी बनाना अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
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